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अमेरिकी डूम्सडे विमान में रिवॉल्वर से लैस अधिकारी को लेकर हो रही चर्चा, कारण जानिए

Neha Dani
3 Sep 2022 4:03 AM GMT
अमेरिकी डूम्सडे विमान में रिवॉल्वर से लैस अधिकारी को लेकर हो रही चर्चा, कारण जानिए
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इस विमान की ताकत को देखते हुए अधिक संख्या में सुरक्षाकर्मियों को नहीं रखा जा सकता और ना ही अधिकारियों को ही बड़े हथियार या रायफल सौंपे जा सकते हैं।

वॉशिंगटन: अमेरिका का डूम्सडे प्लेन हमेशा से चर्चा का विषय रहा है। यह विमान दरअसल एक एयरबोर्न कमांड पोस्ट है, जो तबाही के वक्त कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के तौर पर काम कर सकता है। इसमें लगे अत्याधुनिक कम्यूनिकेशन सिस्टम और दूसरे उपकरणों के जरिए पूरी दुनिया को ही तबाह किया जा सकता है। हालांकि, डूम्सडे प्लेन ऐसा आदेश तभी दे सकता है, जब पूरा का पूरा अमेरिका परमाणु बम, शक्तिशाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पल्स या दूसरे महाविनाशक हथियारों के हमलों में तबाह हो चुका हो। डूम्सडे प्लेन के इतने शक्तिशाली होने के कारण इसकी सुरक्षा भी काफी कड़ी होती है। इसमें नियुक्त अधिकारी अमेरिका के सबसे अनुभवी सैन्य अधिकारी होते हैं। इसके बावजूद इस विमान के चीफ के पास हमेशा एक रिवॉल्वर होती है। ऐसे में सवाल उठता है कि जो विमान दुनिया को बर्बाद कर सकता है, उसे ऐसा क्या डर है कि एक अधिकारी हमेशा रिवॉल्वर से लैस होता है।


अमेरिका ने क्यों बनाया डूम्सडे प्लेन
द ड्राइव की रिपोर्ट के अनुसार, शीत युद्ध के दौरान अमेरिकी सेना का एयरबोर्न लॉन्च कंट्रोल सेंटर (एएलसीसी) मिशन लॉन्च किया था। इसे ऑपरेशन लुकिंग ग्लास कहा जाता था। उस समय सोवियत संघ के खतरों को देखते हुए ऐसे मिशन का संचालन करना अमेरिका के लिए रणनीतिक अनिवार्यता बन गई थी। अमेरिका को डर था कि अगर दुश्मन देश की तरफ से उसके ऊपर परमाणु हथियारों से लैस बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया गया तो उसे जवाब देने के लिए एक ऐसा कमांड और कंट्रोल सेंटर होना चाहिए, जिस पर ऐसे हथियारों का प्रभाव न हो। अगर दुश्मन की मिसाइलों से जमीन पर मौजूद कमांड सेंटर ही नष्ट हो जाता है तो जवाबी कार्रवाई की क्षमता ही खत्म हो जाएगी। यही कारण था कि अमेरिका ने डूम्सडे प्लेन निर्माण करने की आधारशिला रखी।


क्या काम करता है यह विमान

इस कारण अमेरिकी वायु सेना के EC-135C ALCC विमान के बेड़े को डूम्सडे प्लेन के तौर पर तैयार किया गया। इस विमान में सबसे आधुनिक कम्यूनिकेशन सिस्टम लगाए गए, जो हवा से दुनिया के किसी भी कोने में स्थित अमेरिकी कमांड, पनडुब्बियों, युद्धपोतों, लड़ाकू विमानों, स्ट्रैटजिक बॉम्बर्स और मिसाइल बेस से संपर्क कर सकते थे। इतना ही नहीं, इनका कमांड अमेरिकी राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति या कार्यवाहक राष्ट्रपति की अनुपस्थिति में अंतिम माना जाता। इस विमान में हमेशा एक अधिकारी को रिवाल्वर के साथ तैनात रखा जाता है। जो क्रू के बाकी सदस्यों के साथ ही काम करता है। इस विमान की ताकत को देखते हुए अधिक संख्या में सुरक्षाकर्मियों को नहीं रखा जा सकता और ना ही अधिकारियों को ही बड़े हथियार या रायफल सौंपे जा सकते हैं।


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