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सैंटियागो: दक्षिणी अमेरिकी देश चिली में एक सुनसान घाटी में एक प्राचीन पेड़ मौजूद है। इस विशालकाय पेड़ को जब आप देखेंगे तो ऐसा लगेगा जैसे इसने आसमान को छतरी बना रखा है। ये दुनिया का सबसे पुराना पेड़ हो सकता है। एक नए कंप्यूटर मॉडल से पता चला है कि 'ग्रैन अबुएलो' नाम का ये पेड़ लगभग 5400 साल पुराना हो सकता है। अगर इसकी तारीख की पुष्टि हो जाती है तो ग्रैन अबुएलो इस समय सबसे पुराने पेड़ का आधिकारिक रेकॉर्ड रखने वाले कैलिफोर्निया के ब्रिसलकोन पाइन से 600 साल पुराना होगा।
ग्रैन अबुएलो की सही उम्र का अभी भी पुष्टि नहीं हो सकी है। क्योंकि इसके लिए डेंड्रोक्रोनोलॉजी विधि की जरूरत पड़ती है। इस विधि में पेड़ के छल्लों का विश्लेषण किया जाता है। किसी पेड़ की उम्र निर्धारित करने के लिए ये सबसे सटीक मानक माना जाता है। वार्तमान का डेटा अभी अधूरा है। अभी भी इस मॉडल के लिए इस्तेमाल किए गए डेटा को सार्वजनिक रूप से जारी नहीं किया गया है और न ही इसे किसी जर्नल में प्रकाशित करने के लिए भेजा गया है।
संकट में है पेड़
पेरिस में क्लाइमेट एंड एनवायर्नमेंट साइंसेज लेबोरेटरी के एक जलवायु वैज्ञानिक और इस मॉडल को बनाने वाले शोधकर्ता जोनाथन बारिचविच (Jonathan Barichivich) का कहना है कि पेड़ की उम्र चाहे जो भी हो। पेड़ संकट में है और इसे संरक्षित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि टूरिज्म के कारण इस पेड़ की स्थिति खराब हो रही है। इसके साथ ही पेड़ पर क्लाइमेट चेंज का भी असर पड़ रहा है।
कितना पुराना है पेड़
ग्रैन अबुएलो वास्तव में एलर्स (Alerce) नामक पेड़ की प्रजाति है। ये चिली के एलर्स कॉस्टेरो नेशनल पार्क में है। जोनाथन के मुताबिक इस पेड़ की ऊंचाई लगभग 60 मीटर है। शुरू में ये पेड़ 3500 साल पुराना माना जाता रहा है। लेकिन वैज्ञानिकों ने कभी व्यवस्थित तरीके से इस पेड़ की उम्र का विश्लेषण नहीं किया। 2020 में जोनाथन और उनके सहयोगियों ने पेड़ को नुकसान न हो ऐसा एक छेद ड्रिल किया। इससे पेड़ के 2465 साल के छल्ले मिले। पेड़ 4 मीटर व्यास का है, इसलिए उसके केंद्र तक नहीं पहुंचा जा सका। इसलिए इसकी वास्तविक जानकारी नहीं मिल सकी। लेकिन कंप्यूटर मॉडल से ये माना जा रहा है कि पेड़ 5400 साल पुराना है।
सोर्स- नवभारतटाइम्स।

Rani Sahu
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