वाशिंगटन । अमेरिकी नियामक ने हिमोफीलिया बीमारी की रोकथाम के लिए बनी दवा को बिक्री के लिए मंजूरी दे दी है।एक बार के उपचार के लिए इस दवा की कीमत भारतीय मुद्रा में 28.6 करोड़ रुपए है। अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने हिमोफीलिया बी से पीड़ित बीमारी के लिए हेमजेनिक्स नाम की दवा को मंजूरी दे दी है। इस दवा से बीमारी में खून का थक्का नहीं बनता है।इसकी कीमत इतनी ज्यादा है कि यह केवल अमीरों के इलाज के लिए ही काम में आ सकती है। अभी तक के इतिहास में सबसे महंगी दवा के रूप में इसे जाना जाएगा।
जनता से रिश्ता इस खबर की पुष्टि नहीं - अमीरों के लिए दुनिया की सबसे महंगी दवा
करता है ये खबर जनसरोकार के माध्यम से मिली है और ये खबर सोशल मीडिया में वायरलहो रही थी जिसके चलते इस खबर को प्रकाशित की जा रही है। इस पर जनता से रिश्ता खबर की सच्चाई को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं करता है।