एक महिला ने रिलेशनशिप पोर्टल पर लिखा है कि सोशल मीडिया पर दिखने वाली हर चीज सच्ची नहीं होती है. महिला का कहना है कि वो एक झूठी जिंदगी जी रही है और अगर वो अपने पति के बारे में सोशल मीडिया पर लिख दे तो उसके दोस्त और परिवार वाले वाकई डर जाएंगे. लोगों को पता ना चले इसलिए महिला ने मन की भड़ास इस पोर्टल पर निकाली है. महिला ने लिखा, 'सबसे बड़ी सच्चाई ये है कि मैं अपने पति टॉम से बिल्कुल भी प्यार नहीं करती हूं. मैं उसको बस इसलिए झेल रही हूं क्योंकि हमारे दो बच्चे हैं. मेरे पास उसके साथ रहने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है. मुझे इस खराब इंसान के साथ जबरदस्ती रहना पड़ता है. वो हर समय गाली-गलौज करता है.'
'जब भी मैं कुछ अपने बारे में बात करने की कोशिश करती हूं तो वो मुझे टोक देता है. वो कहता है कि तुम हर समय सिर्फ मैं, मैं करती रहती हो और लोगों को बोर करती हो. उसे मुझमें और मेरी जिंदगी में बिल्कुल भी दिलचस्पी नहीं है. मेरे दो बड़े बच्चे हैं और जब मेरा पति मुझे डांटता-फटकारता है तो वो हंसते हैं. ये देख कर मेरा दिल दुखता है. मुझे समझ में नहीं आता है कि मैं क्या करूं.' 'मैं अपने बच्चों पर चिल्लाती हूं और गुस्सा करती हूं. मैं उन्हें बताती हूं कि उनका बाप ऐसा इंसान है जो महिलाओं की इज्जत नहीं करता है लेकिन मेरे बच्चों को कोई फर्क नहीं पड़ता है. मुझे इस बात का डर है कि कहीं आगे चलकर मेरे बच्चे अपने पिता की तरह ही ना बन जाएं. अपने पिता की तरह कहीं वो भी अपनी गर्लफ्रेंड या पत्नी से बुरा व्यवहार ना करने लगें.'
'मेरी जिंदगी खराब होने की एक वजह और भी है. मैं उन कामों में फंस गई हूं जिनसे मैं नफरत करती थी. जॉब की वजह से मुझे पहले बहुत ट्रैवेल करना पड़ता था लेकिन COVID-19 की वजह से अब मैं घर में फंस कर रह गई हूं. घर में मुझे वो सब देखना पड़ता है जिससे मैं भागती थी. कुछ लोगों को वर्क फ्रॉम होम करना काफी पसंद आ रहा है लेकिन मेरे लिए ये मुश्किल भरा है.' 'मुझे दिन भर टॉम और बच्चों की बातें सुननी पड़ती हैं और मैं कुछ मिनट से ज्यादा अपने काम पर फोकस ही नहीं कर पाती हूं. मुझे इंसोमनिया की भी बीमारी है जिसकी वजह से मैं ठीक से सो नहीं पाती हूं. मुझे ऐसा लग रहा है कि मेरी जिंदगी दिन ब दिन नर्क बनती जा रही है.' 'इन सब चीजों के बीच मेरी उम्मीद की किरण सिर्फ मेरा प्यारा कुत्ता सुशी है. मैं अक्सर सुशी के साथ अपनी फोटो सोशल मीडिया पर शेयर करती रहती हूं. सोशल मीडिया की दुनिया में मेरे बारे में सिर्फ यही एक सच है कि मेरे लिए मेरा कुत्ता ही सबकुछ है.'
'मेरी जिंदगी में कुछ भी बदलने वाला नहीं है क्योंकि मेरे अंदर वो बदलाव लाने की हिम्मत ही नहीं है. मैं चाहकर भी टॉम से नहीं बोल पाती हूं कि अगर उसने मेरे साथ अच्छा व्यवहार करना शुरू नहीं किया तो मैं उसे छोड़ कर चली जाउंगी. मेरा मन होता है कि मैं बच्चों को लेकर कहीं और चली जाऊं और एक नई जिंदगी शुरू करूं. हालांकि मुझे लगता है कि मेरे बच्चे अपने पिता के साथ ही रहना पसंद करेंगे. मुझे इस बात का भी अफसोस नहीं होगा.' 'ये सारी मेरी अंदर की इच्छाएं हैं जिन्हें मुझे बाहर लानें में डर लगता है. मैं इस बात से घबरा जाती हूं कि मेरे दोस्त और रिश्तेदार मेरे बारे में क्या कहेंगे. मेरे आसपास के लोगों में टॉम की छवि एक बहुत अच्छे इंसान की है. मैं जब भी अपने दोस्तों से इस बारे में बात करती हूं तो वो मुझे ये कहते हुए चुप करा देते हैं कि मैं बहुत लकी हूं जो मुझे टॉम जैसा पति मिला है.'
'जाहिर तौर पर इन लोगों को मेरे पति की सच्चाई पता नहीं हैं. ये नहीं जानते कि ये मेरे साथ कितना गंदा व्यवहार करता है. लोग क्या कहेंगे इस बात से मुझे इतना डर लगता है कि मैं अपने घर की सच्चाई किसी से भी बताने में डरती हूं. हालांकि एक बात मैं अच्छी तरह जानती हूं कि जिस तरह की जिंदगी मैं जी रही हूं, मेरे दोस्त या रिश्तेदारों के लिए एक दिन भी ऐसे गुजारना मुश्किल होगा. मैं भी इंतजार कर रही हूं कि आखिर मेरा सब्र कब तक मेरा साथ देता है.'