विश्व

स्मोकिंग की आदत महिला को पड़ी भारी, हाथों की उंगलियों का रंग पड़ा काला, फिर

HARRY
18 March 2022 5:12 AM GMT
स्मोकिंग की आदत महिला को पड़ी भारी, हाथों की उंगलियों का रंग पड़ा काला, फिर
x
पढ़े पूरी खबर

केपटाउनः कई लोगों को सिगरेट का कश लगाने का काफी शौक (Smoking Hobby) होता है. धीरे-धीरे ये शौक, कब आदत में तब्दील हो जाए; पता ही नहीं चलता. हालांकि, सिगरेट का शौक हो या आदत (Smoking Habit), स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. ऐसे ही एक मामले में सिगरेट पीने की आदत एक महिला को भारी पड़ गई. अब महिला के उंगलियों का रंग काला पड़ गया है. इतना ही नहीं, उनकी उंगलियां भी गल रही हैं.

'द सन' में छपी खबर के अनुसार, इस महिला का नाम मेलिंडा जानसेन वैन वुरेन (Melinda Janssen Van Vuren) है. उनकी उम्र 48 साल है. वह साउथ अफ्रीका (South Africa) की रहने वाली है. मेलिंडा का कहना है कि वह 13 साल की उम्र से सिगरेट पी रही हैं. वह स्मोकिंग की इतनी आदी हो गई कि एक दिन में 15 सिगरेट तक पी जाती थी.
उन्होंने बताया कि पहले तो कोई दिक्कत नहीं हुई, लेकिन साल 2021 से उनके हाथों में बदलाव आना शुरू हो गया था. पहले हाथों का टेंपरेचर बदलने लगा, फिर वह नरम पड़ने लगे. इसके बाद उंगलियों का रंग पहले बैंगनी हुआ, फिर काले हो गए.
इतना ही नहीं, मेलिंडा की उंगलियां गलने लगी. दुख की बात यह है कि इस बीमारी का कोई इलाज भी नहीं है. जब महिला की उंगलियां काली पड़ गईं, तब डॉक्टर ने जांच की तो पता चला कि उनकी उंगलियों में बदलाव का कारण स्मोकिंग है. ये बीमारी बहुत ही दुर्लभ है. जिसमें छोटे और मध्यम ब्लड वेसल्स में खून का थक्का बनने लगता है और वो सूज जाते हैं.
इसकी जानकारी होने के बाद मेलिंडा ने सिगरेट पीना छोड़ दिया. हालांकि, स्मोकिंग छोड़ने के बाद भी, उनकी उंगलियां गलती जा रही हैं. उनकी दाहिने हाथ की तीन उंगलियों के ऊपरी हिस्से और बाएं हाथ की एक उंगली गल चुकी हैं.
मेलिंडा का कहना है कि मैं अपने हाथों का इस्तेमाल नहीं कर पा रही हूं. खाना नहीं बना पा रही हूं. साफ-सफाई, बालों में कंघी, नहाना कोई भी काम नहीं कर पा रही हूं. उंगलियों की वजह से काफी दर्द रहता है. मेलिंडा पर्सनल असिस्टेंट और एक क्वालिफाइड नेल टेक्नीशियन हैं.
डॉक्टरों का कहना है कि वह मेलिंडा के लिए कुछ नहीं कर सकते हैं. वहीं, मेलिंडा का कहना है कि इसका कोई इलाज नहीं है. ये मेरे जीवन का सबसे चैलेंजिंग स्टेज है. इस बीमारी का मुकाबला करने के लिए बड़ी हिम्मत से काम लिया है.
Next Story