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उन्होंने ये भी कहा कि ये सब उनके जीवन का हिस्सा है। इसमें किसी को कोई नुकसान नहीं होता है।
ताइवान और चीन के बीच उभरे मौजूदा तनाव से पूरी दुनिया जहां सहमी हुई है वहीं चीन के लोगों पर इसका असर न के बराबर है। ताइवान स्ट्रेट समेत ताइवान के चारों तरफ चीन के युद्ध पोत और फाइटर जेट मौजूद हैं। वहीं ताइवान की सीमा से कुछ किमी की दूरी पर चीन के समुद्री तट पर स्थित Ximen और Fujian के लोगों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।
इन लोगों को समुद्र के किनारे से चीन के लान्च किए गए प्रोजेक्टाइल्स भी दिखाई देते हैं। लेकिन ये इन सभी से बेखबर हैं। इन लोगों का कहना है कि ये वर्षों से इसी तनाव के बीच रह रहे हैं। अब इन्हें इसकी आदत हो गई है। खास बात ये भी है कि यहां के लोग चीन की तरफ से दी गई वार्निंग को भी इग्नोर मार देते हैं। बता दें कि नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे के बाद चीन इसको अपनी सीमा में मिलाने की तरफ बढ़ चुका है। इस वजह से उसने 4-7 अगस्त तक लाइव फायर ड्रिल करने का ऐलान किया है।
ताइवान और चीन के Ximen के बीच करीब 200 किमी का फासला है। यहां के एक आईटी क्षेत्र में काम करने वाले ह्वांग ने एएफपी को बताया कि उन्हें इन दोनों के बीच तनाव या युद्ध से कोई फर्क नहीं पड़ता है। यहां पर ये रोज की बात है। वहीं फूजियान के लोग अब इसके आदी हो चुके हैं। इन लोगों का कहना है कि 1950 के बाद से ही दोनों के बीच इस तनाव को यहां के लोग देखते आ रहे हैं। खास बात ये है कि दोनों की सभ्यता और संस्कृति एक है। भाषा भी एक है। ह्वांग ने बताया कि कभी भी कुछ भी हो सकता है। हालांकि इसकी संभावना न के ही बराबर है। इसलिए डर काहे का। उन्होंने ये भी कहा कि नैंसी के ताइवान दौरे ने हालात जरूर कुछ खराब कर दिए हैं।
फूजियान हो या शियामेन दोनों ही जगहों पर समुद्री किनारे पर लोग किसी भी बात से बेपरवाह घूमते हैं। शियामेन के रहने वाले झेंग दहाई ने कहा कि उन्हें नहीं लगता है कि दोनों के बीच कभी कोई जंग होगी। वो यहां के समुद्री किनारे पर अपने बच्चे के साथ एक टेंट लगाकर मजे लेने के लिए आए थे। उन्होंने ये भी कहा कि ये सब उनके जीवन का हिस्सा है। इसमें किसी को कोई नुकसान नहीं होता है।
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