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रूसी नागरिकों के यहां आने से यहां के कई सेक्टर में तजी आई है.
एक तरफ जहां रूस यूक्रेन युद्ध की कीमत पूरी दुनिया चुका रही है और अधिकतर देशों की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा रही है, उन्हें काफी नुकसान हो रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ एक देश ऐसा भी है जिसे इस युद्ध से फायदा पहुंच रहा है और उसकी अर्थव्यवस्था ऊपर जा रही है. आपको सुनकर बेशक अजीब लगे, लेकिन यह सच है. इस खराब दौर में भी तरक्की करने वाले इस देश का नाम जॉर्जिया है. जॉर्जिया रूस के पड़ोस में स्थित एक छोटा सा देश है, लेकिन पिछले कुछ समय से वह अप्रत्याशित आर्थिक उछाल का आनंद ले रहा है.
जॉर्जिया की तरक्की के पीछे हैं कई फैक्टर
रिपोर्ट के मुताबिक, रूस के यूक्रेन पर आक्रमण करने और सितंबर में व्लादिमीर पुतिन के आंशिक लामबंदी की घोषणा के बाद से 100,000 से अधिक रूसी नागरिक देश छोड़कर जॉर्जिया में सेटल हो चुके हैं. इस फैक्टर के अलावा कई और फैक्टर हैं जो जॉर्जिया को इस साल दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनाने को तैयार है.
आर्थिक उत्पादन में 10 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान
अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के अनुसार, दुनिया का अधिकांश हिस्सा मंदी की ओर बढ़ रहा है, लेकिन काला सागर की सीमा से लगे 3.7 मिलियन लोगों के इस देश में 2022 के लिए आर्थिक उत्पादन में 10% की जोरदार वृद्धि दर्ज करने की उम्मीद है. यह इस साल 19 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है. जॉर्जिया अपने पहाड़ों, जंगलों और वाइन घाटियों के लिए प्रसिद्ध है.
अच्छा परफॉर्म कर रहा हर सेक्टर
देश के सबसे बड़े बैंक टीबीसी के सीईओ वख्तंग बट्सख्रीकिद्ज़े ने अपने त्बिलिसी मुख्यालय में एक इंटरव्यू में कहा कि 'आर्थिक पक्ष पर, जॉर्जिया बहुत अच्छा कर रहा है. यहां माइक्रो से लेकर कॉरपोरेट तक सभी उद्योग बहुत अच्छा कर रहे हैं. मैं किसी ऐसे उद्योग के बारे में नहीं सोच सकता, जिसमें इस साल समस्या हुई हो.'
इस तरह रूस से यहां आते गए लोग
सीमा पार के आंकड़े बताते हैं कि इस साल कम से कम 112,000 रूसी अपना देश छोड़कर जॉर्जिया गए हैं. 24 फरवरी को रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद करीब 43,000 लोग जॉर्जिया पहुंचे थे. इसके बाद इसी साल सितंबर के अंत में जब पुतिन ने राष्ट्रव्यापी लामबंदी अभियान की घोषणा की तो बड़ी संख्या में लोग देश छोड़कर एक बार फिर जॉर्जिया गए.
गलत साबित हुई सभी एक्सपर्ट की भविष्यवाणी
जॉर्जिया की आर्थिक उछाल अल्पकालिक है या नहीं ये तो बाद में पता चलेगा, लेकिन इसने कई विशेषज्ञों को भ्रमित जरूर कर दिया है. खासकर उनको जिन्होंने रूस यूक्रेन युद्ध शुरू होने के दौरान जॉर्जिया पर भी इसके गंभीर परिणाम पड़ने की भविष्यवाणी की थी. उनका कहना था कि क्योंकि जॉर्जिया की आर्थिक किस्मत निर्यात और पर्यटकों के माध्यम से अपने बड़े पड़ोसी रूस से निकटता से जुड़ी हुई है, ऐसे में इसका असर उस पर पड़ेगा. यूरोपीय पुनर्निर्माण और विकास बैंक (ईबीआरडी) ने मार्च में भविष्यवाणी की थी कि यूक्रेन संघर्ष जॉर्जियाई अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ा झटका होगा. इसी तरह विश्व बैंक ने अप्रैल में भविष्यवाणी की थी कि 2022 के लिए देश की विकास दर शुरुआती 5.5% से घटकर 2.5% रह जाएगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. पूर्वी यूरोप के लिए ईबीआरडी के प्रमुख अर्थशास्त्री दिमितार बोगोव ने कहा, 'हमारा आंकलन था कि जॉर्जियाई अर्थव्यवस्था पर इस युद्ध का असर पड़ेगा, लेकिन अब तक ऐसा कुछ नजर नहीं आया है. इसके विपरित हम जॉर्जियाई अर्थव्यवस्था को इस साल तेजी से बढ़ते देख रहे हैं. यह डबल डिजिट में जाने को तैयार है.'
इस साल 1 बिलियन डॉलर से अधिक का हस्तांतरण
जॉर्जियाई केंद्रीय बैंक के अनुसार, अप्रैल और सितंबर के बीच, रूसियों ने बैंकों या धन-हस्तांतरण सेवाओं के माध्यम से जॉर्जिया में $1 बिलियन से अधिक का हस्तांतरण किया, जो 2021 के समान महीनों की तुलना में पांच गुना अधिक है. इसके अलावा रूसी नागरिकों के यहां आने से यहां के कई सेक्टर में तजी आई है.
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Neha Dani
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