विश्व

पुतिन द्वारा परमाणु हमले की धमकी से पूरी दुनिया दहशत में...अमेरिकी 'टाइगर' टीम पूरी तरह हो गई अलर्ट

Neha Dani
24 March 2022 3:26 AM GMT
पुतिन द्वारा परमाणु हमले की धमकी से पूरी दुनिया दहशत में...अमेरिकी टाइगर टीम पूरी तरह हो गई अलर्ट
x
लेकिन अब तक रूसी सेना को उम्मीद अनुरूप सफलता नहीं मिल पाई है.

यूक्रेन (Ukraine) में उम्मीद अनुरूप सफलता नहीं मिलने से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) झल्ला गए हैं और ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि वो परमाणु हमले जैसा घातक कदम भी उठा सकते हैं. इसे ध्यान में रखते हुए अमेरिकी 'टाइगर' टीम (Tiger Team) पूरी तरह अलर्ट हो गई है. जो बाइडेन (Joe Biden) प्रशासन ने इस टीम को यह पता लगाने का काम सौंपा है कि अगर पुतिन रासायनिक, जैविक या परमाणु हथियारों का उपयोग करने का फैसला करते हैं, तो यूएस को कैसे प्रतिक्रिया देनी चाहिए.

युद्ध के 4 दिन बाद बनी थी टीम
'न्यूयॉर्क टाइम्स' की रिपोर्ट के मुताबिक, टाइगर टीम में राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी शामिल हैं और इस तरह की एक टीम का अस्तित्व में आना साबित करता है कि अमेरिका इस आशंका से इनकार नहीं कर रहा कि पुतिन यूक्रेन से जंग में अपने परमाणु और जैविक हथियारों का इस्तेमाल कर सकते हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि टाइगर टीम का गठन 28 फरवरी को यानी रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के चार दिन बाद किया गया था. तब से टीम के सदस्य सप्ताह में तीन बार बैठक कर रहे हैं.
इस मुद्दे पर भी नजर रख रही टीम
टीम इस बात पर भी नजर रख रही है कि क्या रूस मोल्दोवा और जॉर्जिया सहित पड़ोसी देशों में युद्ध का विस्तार कर सकता है. यदि ऐसा होता है तो यूरोपीय देशों को शरणार्थियों की समस्या के लिए कैसे तैयार किया जाए. जिस तरह से पुतिन बार-बार परमाणु हमले की धमकी दे रहे हैं, टाइगर टीम का काम और टेंशन काफी ज्यादा बढ़ गई है. हाल ही में रूस के राष्ट्रपति ने एक बार फिर से परमाणु हमले की धमकी दी थी.
अब ये 4 काम कर सकते हैं पुतिन
वहीं, यूएस सीनेटर एंगस किंग के अनुसार, चार चीजें हैं जो पुतिन अब कर सकते हैं. 1. राजनयिक समझौता करने की कोशिश करना, 2. यूक्रेन के शहरों पर हमले और बमबारी तेज करना, 3. पश्चिम पर साइबर हमले का प्रयास और आखिरी में दबाव कम करने और दुनिया को धमकाने के लिए परमाणु हथियारों का इस्तेमाल. बता दें कि रूस और यूक्रेन की जंग को लगभग एक महीना हो गया है, लेकिन अब तक रूसी सेना को उम्मीद अनुरूप सफलता नहीं मिल पाई है.


Next Story