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संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन करती हैं और क्षेत्र में अस्थिरता को भड़काती हैं।
अमेरिका और चीन के बीच एक बार फिर से वाक युद्ध शुरू हो गया है। अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने शुक्रवार को कहा अमेरिका चाहता है कि चीन दुनिया भर में बीजिंग के गलत कार्यों के लिए उसकी कीमत चुकाए। दरअसल लिंडसे ने चीन द्वारा रूस के कथित समर्थन और ताइवान पर साइबर हमले करने को लेकर यह बात कही है। ग्राहम वर्तमान में सीनेट की विदेश संबंध समिति के अध्यक्ष बाब मेनेंडेज की अध्यक्षता में छह अमेरिकी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में ताइवान का दौरा कर रहे हैं।
चीन पर एक्शन लेने की कही बात
स्पुतनिक की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी सांसदों का यह प्रतिनिधिमंडल ताइवान के राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन और रक्षा मंत्री चीउ कुओ-चेंग के साथ वार्ता के लिए अघोषित यात्रा पर ताइवान पहुंचा है। ग्राहम ने राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन के साथ एक बैठक के दौरान कहा "हम चीन को दुनिया भर में जो कुछ भी गलत वह कर रहा है उसके लिए अधिक कीमत चुकाने के लिए मजबूर करेंगे। उन्होंने कहा कि पुतिन का समर्थन करने और ताइवान की अर्थव्यवस्था पर चोट करने वाले साइबर हमले करने के लिए कम्युनिस्ट चीन को कड़ी कीमत चुकानी ही होगी।
चीन ने कहा-अब अमेरिका से रिश्ते होंगे कमजोर
चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू कियान ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिकी सांसदों की ताइवान यात्रा चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंधों की नींव को गंभीर रूप से कमजोर कर रही है। बता दें कि अमेरिकी सांसदों की यात्रा के बारे में अटकलें पिछले कुछ हफ्तों से ही लग रहीं थी, शुरुआत में यह यात्रा पिछले सप्ताहांत में अनुमानित थी।
ताइवान मुद्दे पर अमेरिका पर चीन कई बार भड़का
हालांकि, समाचार एजेंसी के अनुसार, अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी के कोरोना पोजिटिव पाए जाने के बाद प्रतिनिधिमंडल की यात्रा स्थगित कर दी गई थी। वहीं चीन ने ताइवान के साथ आधिकारिक संपर्क बनाए रखने के अमेरिका की बार-बार आलोचना की है, और कहा है कि इस तरह की गतिविधियां चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन करती हैं और क्षेत्र में अस्थिरता को भड़काती हैं।
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