विश्व
रूस और यूक्रेन के बीच खाद्यान्न के निर्यात को लेकर समझौते पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने जताई खुशी, जानें क्या कहा
Renuka Sahu
14 July 2022 1:22 AM GMT
x
फाइल फोटो
रूस और यूक्रेन के बीच खाद्यान्न के निर्यात को लेकर समझौते के बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने बुधवार को एक प्रेस वार्ता में कहा कि यह समझौता यूक्रेनी उत्पादों के सुरक्षित निर्यात को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रूस और यूक्रेन के बीच खाद्यान्न के निर्यात को लेकर समझौते के बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (Antonio Guterres) ने बुधवार को एक प्रेस वार्ता में कहा कि यह समझौता यूक्रेनी उत्पादों के सुरक्षित निर्यात को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने आगे कहा कि इस समझौते के माध्यम से दुनिया को नई उम्मीद की किरण दिखी है। एंटोनियो गुटेरेस ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, 'आज इस्तांबुल में हमने काला सागर के माध्यम से यूक्रेनी खाद्य उत्पादों के सुरक्षित निर्यात को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाया है।'
गतिरोध दूर हुआ तो दो करोड़ टन से ज्यादा खाद्यान्न वैश्विक बाजार को उपलब्ध होगा
बता दें कि समझौते के मसौदे पर हस्ताक्षर अगले सप्ताह होंगे जब संबद्ध पक्षों के प्रतिनिधि दोबारा मिलेंगे। समझौते के अनुसार रूस और यूक्रेन साथ मिलकर खाद्यान्न समन्वय केंद्र बनाएंगे और वहां से निर्यात होगा। जबकि काला सागर में मालवाही जहाजों की आवाजाही की निगरानी तुर्किये करेगा। इससे पहले यूक्रेन ने कहा कि खाद्यान्न निर्यात को लेकर बना गतिरोध खत्म होने को है। यूक्रेन से खाद्यान्न निर्यात को लेकर बना गतिरोध दूर हुआ तो दो करोड़ टन से ज्यादा खाद्यान्न वैश्विक बाजार को उपलब्ध होगा जिससे कई देशों में आसन्न संकट को दूर किया जा सकेगा। गेहूं और मक्का का मूल्य कम होगा।
गौरतलब है कि यूक्रेन को 'यूरोप की रोटी की टोकरी' के रूप में माना जाता है, जो दुनिया के 10 प्रतिशत गेहूं, दुनिया के मक्का के 12-17 प्रतिशत और दुनिया के सूरजमुखी के तेल के आधे हिस्से की आपूर्ति करता है। पश्चिमी देशों के अनुसार रूस न केवल यूक्रेन को अपना अनाज निर्यात करने से रोक रहा है बल्कि इस बात के भी प्रमाण हैं कि रूस यूक्रेन से अनाज चुरा रहा है।
रूस द्वारा की गई घेराबंदी की वजह से आवाजाही बंद है
यूक्रेन के ओडेसा शहर में काला सागर के तट पर बने बंदरगाह के गोदामों में लाखों टन खाद्यान्न भरा हुआ है। नजदीक ही दर्जनों मालवाही पोत भी खड़े हैं लेकिन रूसी सेना की काला सागर में की गई घेराबंदी और बिछाई गई बारूदी सुरंगों के चलते महीनों से वहां से आवाजाही बंद है। काला सागर में मालवाही जहाजों की आवाजाही शुरू कराने के सिलसिले में ही तुर्किये के शहर इस्तांबुल में बुधवार को संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता में रूस, यूक्रेन और तुर्किये के मंत्रियों-अधिकारियों की बैठक हुई।
Next Story