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चीन के बदले सुर, पाकिस्‍तान में सत्‍ता बदलते ही कही ये बात

Neha Dani
10 April 2022 5:34 PM GMT
चीन के बदले सुर, पाकिस्‍तान में सत्‍ता बदलते ही कही ये बात
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चीन के बदले सुर
बीजिंग, पीटीआइ। पाकिस्‍तान में सत्‍ता बदलते ही चीन ने भी अपने सुर बदल दिए हैं। इमरान को अपदस्थ किए जाने के बाद चीन के सरकारी मीडिया ने रविवार को शहबाज शरीफ के नए प्रधानमंत्री बनने की संभावनाओं के बीच कहा कि चीन और पाकिस्तान के बीच संबंध खान (Imran Khan) के कार्यकाल के मुकाबले बेहतर हो सकते हैं। माना जा रहा है कि पाकिस्‍तान में नई सरकार शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) के अधीन बन सकती है।
चीनी सरकार द्वारा संचालित 'ग्लोबल टाइम्स' में एक लेख में कहा गया है कि तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज के नेतृत्व में नई सरकार बनने की संभावना है। लेख के मुताबिक चीनी और पाकिस्तानी विश्लेषकों का मानना ​​है कि चीन-पाकिस्तान संबंध आंतरिक राजनीतिक परिवर्तन से प्रभावित नहीं होंगे। ऐसा इसलिए क्‍योंकि चीन के साथ द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती के लिए पाकिस्तान में सभी दलों की संयुक्त सहमति है।
'ग्लोबल टाइम्स' ने कहा है कि इमरान खान की जगह शरीफ परिवार आ सकता है जो लंबे समय से चीन और पाकिस्तान संबंधों को मजबूत करने का हिमायती रहा है। चीन के पारंपरिक राजनीतिक दलों के शासन काल में दोनों देशों के बीच आपसी रिश्‍ते मधुर रहे हैं।
यही नहीं चीनी विशेषज्ञों क यह भी कहना है कि इमरान पाकिस्‍तान के आर्थिक हालात को संभालने में विफल रहे। नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार में चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा यानी सीपीईसी का काम बेहतर ढंग से आगे बढ़ा था। बता दें कि चीन को इमरान खान से आपत्ति थी क्योंकि विपक्ष में रहने के दौरान वह सीपीईसी के कट्टर आलोचक थे लेकिन साल 2018 में पीएम की कुर्सी संभालते ही वह इस परियोजना के फैन बन गए।
सिंघुआ विश्वविद्यालय (Tsinghua University) में राष्ट्रीय रणनीति संस्थान में अनुसंधान विभाग के निदेशक कियान फेंग (Qian Feng) कहते हैं कि पाकिस्तान में हुआ हालिया सियासी फेरबदल राजनीतिक दलों के टकराव, मुल्‍क की डांवाडोल अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी का नतीजा था। इमरान खान की सरकार कोविड-19 महामारी के चलते देश की पहले से ही खस्‍ताहाल अर्थव्‍यवस्‍था को संभालने में नाकाम रही।
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