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हथियारों के बल पर अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा जमा लेने वाले तालिबान को विदेश में जमा देश के हजारों करोड़ रुपये से वंचित रहना पडा

Mohsin
18 Aug 2021 4:39 PM GMT
हथियारों के बल पर अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा जमा लेने वाले तालिबान को विदेश में जमा देश के हजारों करोड़ रुपये से वंचित रहना पडा
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तालिबान के आने के बाद अफगानिस्तान छोड़ चुके सेंट्रल बैंक

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- हथियारों के बल पर एक हफ्ते के भीतर ही अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा जमा लेने वाले तालिबान को विदेश में जमा देश के हजारों करोड़ रुपये से वंचित रहना पड़ेगा। अफगानिस्तान के सेंट्रल बैंक की 9.4 अरब डालर यानी करीब 70 हजार करोड़ रुपये की रकम को अमेरिका ने जब्त कर लिया है।

तालिबान के आने के बाद अफगानिस्तान छोड़ चुके सेंट्रल बैंक यानी दा अफगान बैंक (डीएबी) के कार्यवाहक गवर्नर अजमल अहमदी ने बुधवार को ट्वीट कर बताया कि अमेरिका में अफगानिस्तान के करीब 9.4 अरब डालर जमा हैं। इनमें से करीब सात अरब डालर यानी लगभग 50 हजार करोड़ रुपये अमेरिकी फेडरल रिवर्ज बांड और संपत्ति के रूप में हैं। इसमें 1.3 अरब यानी करीब 10 हजार करोड़ रुपये मूल्य का सोना भी है।
अहमदी के मुताबिक अमेरिका से विदेशी मुद्रा की एक खेप पिछले महीने के आखिर में आनी थी, लेकिन शायद अमेरिका को पहले से पता था कि अफगानिस्तान में ऐसा कुछ होने वाला है इसलिए उसने रकम नहीं भेजी। अब अमेरिका ने अफगानिस्तान के सेंट्रल बैंक की पूरी जमा रकम को ही फ्रीज कर दिया है और वह रकम कभी नहीं आएगी।
रायटर के मुताबिक अमेरिका के बाइडन प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि अफगानिस्तान सरकार के सेंट्रल बैंक की जो कुछ भी रकम अमेरिका में जमा होगी उसे तालिबान को नहीं दिया जाएगा।
अहमदी ने यहां तक कहा कि अफगानिस्तान में विदेशी मुद्रा की एक पाई भी नहीं रह गई है। तालिबान ने सत्ता पर कब्जा तो जमा लिया है, लेकिन सरकार चलाना उसके लिए आसान नहीं होगा। इसके साथ पहले से ही मुश्किलों का सामना कर रहे अफगानिस्तान के आम लोगों को भी और अधिक परेशानियां उठानी पड़ेंगी।


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