विश्व

फिर बढ़ी चीनी नौसेना की ताकत, हिंद महासागर में भारत के पड़ोसी देशों को कर रहा नियंत्रित

Deepa Sahu
19 April 2021 10:01 AM GMT
फिर बढ़ी चीनी नौसेना की ताकत, हिंद महासागर में भारत के पड़ोसी देशों को कर रहा नियंत्रित
x
चीन, सुरक्षा, सामरिक और आर्थिक क्षेत्रों में लगातार अपनी मजबूती दर्ज करा रहा है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क: चीन, सुरक्षा, सामरिक और आर्थिक क्षेत्रों में लगातार अपनी मजबूती दर्ज करा रहा है। समारिक रूप से चीन दुनिया का सबसे बड़ा देश बनता जा रहा है। हिंद महासागर में चीनी नौसेना की क्षमता काफी मजबूत हो गई है। यह कहना गलत नहीं होगा कि वह नौसेना के मामले में शक्तिशाली राष्ट्र अमेरिका को भी पीछे छोड़ दिया है। हिंद महासागर में उसकी ताकत इतनी बढ़ गई है कि भारत के पड़ोसी राष्ट्र को कंट्रोल कर रहा है। चीन हिंद महासागर में म्यांमार, श्रीलंका और पाकिस्तान को नियंत्रित कर रहा है। यही नहीं वह पूर्वी अफ्रीका देश जिबूती में सैन्य अड्डा खोल दिया है। चीनी की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी ने 1 अगस्त 2017 को विदेशी सैन्य अड्डे की शुरुआत की है। इसके अलावा उसकी नजर अब पश्चिमी अफ्रीकी देश सेनेगेल पर है। चीन पश्चिमी अफ्रीका में एक बंदरगाह बनाने पर विचार कर रहा है। उसने यहां पर 43 फीसदी हिस्सा लिया है। बता दें कि चीनी की डोरलेह वाणिज्यिक बंदरगाह पीएलएएन जहाजों को डॉक करने की मंजूरी देता है।

2018 में चीन ने दिखाया था शक्ति प्रदर्शन
साल 2018 में पीएलए ने दक्षिण चीन सागर में अपनी सामरिक ताकत का प्रदर्शन किया था। जिसमें एक साथ 48 युद्धपोत, दर्जनों लड़ाकू विमान और 10,000 से अधिक नौसैनिक शामिल हुए थे। चीन ने अदन की खाड़ी से समुद्री डाकुओं को खदेड़ दिया है। अब अफ्रीका के हॉर्न के पास समुद्री डकैती की घटना ना के बराबर रह गई है। हालांकि पश्चिमी अफ्रीका में स्थित गिनी की खाड़ी में अब भी कुछ समुद्री लुटेरे अपना अड्डा बना रखे हैं। जिसपर चीन की नजर है।
अमेरिका से चुनौती के लिए इस योजना पर कर रहा काम
इस वक्त अफ्रीकी महाद्वीप पर अमेरिका की सबसे बड़ी सैन्य कैंप लेमनीयर तैनात है। लेकिन इस जगह से 15 मिनट की दूरी पर चीन ने जिबूतीयन बेस कैंप बनाया है। चीन की पीएलए बड़े युद्धपोतों को समायोजित करने के लिए पियर्स का विस्तार कर रहा है। महासागर में अपना ताकतवर प्रदर्शन के लिए चीन को अमेरिकी जैसे देश से चुनौती लेनी पड़ सकती है। हालांकि चीन इस पर अभी खामोश है।


Next Story