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बीते दिन हुई भगदड़ में पांच लोगों की मौत भी हो गई थी।
अफगानिस्तान में तालिबान कब्जे के बाद अफरा-तफरी मची हुई है। अमेरिका, भारत, नेपाल सहित ज्यादातर मुल्क वहां पर फंसे लोगों को निकालने के लिए विशेष विमान चला रहे हैं, लेकिन रूस ने तालिबान का समर्थन किया है। यही वजह है कि 15 अगस्त, 2021 को अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद भी रूस ने अपना दूतावास बंद ना करने का निर्णय किया था। अब तालिबान के कब्जे के बाद राजधानी काबुल के हालात को लेकर रूस ने ताजा बयान दिया है। रूस की तरफ से कहा गया है कि पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी से ज्यादा तालिबान के राज में बेहतर हालात हैं।
अफगानिस्तान में रूसी राजदूत दिमित्री झिरनोव ने सोमवार को कहा कि राजधानी काबुल में तालिबान के नियंत्रण के पहले दिन राष्ट्रपति अशरफ गनी की तुलना में स्थिति बेहतर थी। उन्होंने कहा,' मैंने खुद यह महसूस किया है कि राजधानी काबुल में गनी की तुलना में बेहतर हालात हैं।
15 अगस्त को अफगानिस्तान पर तालिबान ने किया था कब्जा
बता दें कि 15 अगस्त, 2021 को अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्जा कर लिया था, जिसके बाद देश में अफरा-तफरी का माहौल है। लोगों में भय बना हुआ है। राजधानी में दहशत का मौहाल बन चुका है। अफगानिस्तान को छोड़ने के लिए एयरपोर्ट पर भीड़ लग गई। सभी देश के लोग अपने नागरिकों को अफगानिस्तान से बाहर निकालने के लिए विशेष अभियान चा रहे हैं। बीते दिन हुई भगदड़ में पांच लोगों की मौत भी हो गई थी।
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