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'तालिबान 1.0′ वाला राज अभी भी जारी, यकीन नहीं तो ये 6 तस्वीरें हैं सबूत

Gulabi
9 Sep 2021 4:32 PM GMT
तालिबान 1.0′ वाला राज अभी भी जारी, यकीन नहीं तो ये 6 तस्वीरें हैं सबूत
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तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद कहा कि वह एक उदारवादी सरकार का गठन करेगा

तालिबान (Taliban) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) पर कब्जे के बाद कहा कि वह एक उदारवादी सरकार का गठन करेगा. इसमें महिला अधिकारों समेत तमाम जरूरी अधिकारों को जगह दी जाएगी, जो तालिबान के पहले शासनकाल में मौजूद नहीं रहे थे. हालांकि, अब तालिबान की कथनी और करनी में फर्क दिख रहा है. आइए छह तस्वीरों के माध्यम से ये दिखाया जाए कि कैसे तालिबान 2.0 तालिबान 1.0 से बिल्कुल अलग नहीं है.


अफगानिस्तान की यूनिवर्सिटीज में एक बार फिर से क्लास शुरू हो गई हैं. लेकिन इस बार पुरुष और महिला छात्रों के बीच पर्दे की दीवार को देखा जा सकता है. महिला छात्रों को अलग भी पढ़ना पड़ रहा है. इसके अलावा, उन्हें पुरुष छात्रों से पांच मिनट पहले क्लास खत्म पड़ रही है, ताकि उनका सामना पुरुष छात्रों से न हो. वहीं, महिला छात्रों को वेटिंग रूम में तब तक इंतजार करना होता है, जब तक कि पुरुष छात्र बिल्डिंग से बाहर नहीं चले जाते हैं.


काबुल में मंगलवार को हुए पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन के दौरान इसे कवर करने वाले पत्रकारों को तालिबान ने गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान कैमरों को तोड़ा गया और वाहनों को जब्त किया गया. वहीं, अब अमेरिकी पत्रकार मार्कस याम ने एक तस्वीर को ट्वीट किया है, जिसमें वे दो अफगान पत्रकार शामिल हैं, जिन्हें तालिबान द्वारा प्रदर्शन कवर करने पर पीटा गया है. इन दोनों पत्रकारों के नाम नेमत नकदी और ताकी दरयाबी है.

अफगानिस्तान में महिलाओं के खेलों में भाग लेने पर रोक लगा दी गई है. तालिबान ने बुधवार को कहा कि अफगान महिलाएं क्रिकेट सहित खेलों में भाग नहीं ले सकतीं, क्योंकि खेलने के दौरान उनके शरीर को देखा जा सकता है. तालिबान के सांस्कृतिक कमीशन के डिप्टी हेड अहमदुल्ला वाशिक ने मीडिया से कहा कि खेल महिलाओं के लिए जरूरी नहीं है.

तालिबान के शासनकाल में एक बार फिर महिला प्रदर्शनकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है. हिजाब और बुर्का पहनकर महिलाएं सड़कों पर उतरीं. इस दौरान उन्हें तालिबानी लड़ाकों के साथ बहस करते हुए देखा गया. वहीं, कई जगह महिलाओं को तालिबान लड़ाके बंदूक की नोंक पर डराते हुए नजर आए.


काबुल की दीवारों पर अमेरिका में जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या पर और ईरान में अफगान शरणार्थियों के डूबने पर आधारित चित्रों को बनाया गया था. इनमें से कुछ तस्वीरें सहायक कर्मियों को समर्पित करते हुए बनाया गया था. मगर अब तालिबान द्वारा इन क्रिएटिव आर्टवर्क को सफेद पेंट किया जा रहा है और इनके ऊपर तालिबान की जीत का जिक्र किया जा रहा है. तालिबान ने ऐसी ही एक दीवार पर लिखा, 'एक इस्लामी व्यवस्था और स्वतंत्रता के लिए, आपको टेस्ट से गुजरना होगा और धैर्य रखना होगा.'



तालिबान ने अहमद शाह मसूद (Ahmad Shah Massoud) की हत्या की 20वीं बरसी पर उनके मकबरे में तोड़फोड़ की है. स्थानीय मीडिया द्वारा जारी की गई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि तालिबान लड़ाके मकबरे में तोड़फोड़ कर रहे हैं.

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