11 साल की स्कूली छात्रा को उस समय बहुत अलग फील होता है जब उसे लोग टोकते हैं कि क्या उसने अपने बालों को रंगा हुआ है. इस पर बच्ची कुछ नहीं कहती क्योंकि उसके ये बाल प्राकृतिक रूप से आधे गोरे और आधे काले हैं.
दो रंग के बालों के साथ हुआ जन्म
दुर्लभ आनुवांशिक जन्मचिह्न की बदौलत हैं दो रंग के बाल
ऐसे में एक स्कूली छात्रा यह तय कर सकती है कि वह हर सुबह गोरा होना चाहती है या अपने बालों को काला दिखाना चाहती है. ये एक एक दुर्लभ आनुवंशिक 'जन्मचिह्न' की बदौलत है जिसके कारण उसके बाल नाटकीय रूप से दो अलग-अलग रंग के हो जाते हैं.
छात्रा की पलकें भी हैं दो रंगों की
35 वर्षीय छात्र नर्स जेनी का मानना है कि विशिष्ट लक्षण पोलियोसिस के कारण होते हैं जो बालों के एक हिस्से में वर्णक की कमी पैदा करते हैं. छात्रा की पलकें भी अलग-अलग रंग की हैं. उसकी दाहिनी पलकें हल्के रंग की हैं जबकि उसकी बाईं पलकें गहरे रंग की हैं.
बालों को छूने की अनुमति अजनबियों को नहीं
बेला के बालों को सभी छूना चाहते हैं लेकिन उसे छूने की अनुमति किसी को नहीं है. उन्होंने एक सुपरमार्केट में एक ऐसा लड़का देखा था जिसके बाल बेला की तरह ही दो रंग के थे.