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अमेरिका में कामकाजी औरतों का वेतन पुरुषों से काफी कम, महात्मा गांधी के नाम पर तिराहे का नाम

Subhi
18 March 2022 12:43 AM GMT
अमेरिका में कामकाजी औरतों का वेतन पुरुषों से काफी कम, महात्मा गांधी के नाम पर तिराहे का नाम
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पूरी दुनिया के साथ अमेरिका में भी महिलाओं को नौकरियों में पुरुषों के समान वेतन का अधिकार नहीं मिल पाया है। देश की सरकारी नौकरियों में भी यह अंतर स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।

पूरी दुनिया के साथ अमेरिका में भी महिलाओं को नौकरियों में पुरुषों के समान वेतन का अधिकार नहीं मिल पाया है। देश की सरकारी नौकरियों में भी यह अंतर स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। बाइडन प्रशासन ने महिलाओं का वेतन पुरुषों के बराबर लाने के लिए कदम उठाने का एलान किया है लेकिन अब भी हालात जस के तस हैं।

राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी निजी कंपनियों से महिलाओं के वेतन का अंतर दूर करने का अनुरोध किया है। लेकिन सच्चाई यह है कि देश में 40 साल की नौकरी में एक महिला करीब 4 लाख डॉलर गंवा देती है। जबकि अश्वेत, लैटिन और अमेरिकी मूल निवासी औरतों के लिए तो यह नुकसान करीब 10 लाख डॉलर का है।

मेडागास्कर : गांधी के नाम पर 'हरित तिराहे' का नाम

भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे 'आजादी के अमृत महोत्सव' के तहत मेडागास्कर की राजधानी में एक 'हरित तिराहे' का नाम महात्मा गांधी के नाम पर रखा गया। राजधानी एंटानानारिवो के मेयर नैना एंड्रियंटिटोहैना एवं भारत के राजदूत अभय कुमार ने मिलकर इसका लोकार्पण किया।

'आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत आयोजित इस समारोह में स्थानीय सरकार के सदस्य, राजनयिक अधिकारी, अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुख और भारतीय प्रवासी समुदाय के सदस्य शामिल हुए। कुमार ने कहा, मेडागास्कर में गुजरात के कई लोग रहते हैं और राज्य के पोरंबदर के मूल निवासी गांधी के नाम पर यहां एक हरित तिराहे का नाम रखना उचित है।

आर्थिक संकट से जूझते श्रीलंका में नागरिकों का विरोध प्रदर्शन

श्रीलंकाई राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे ने देश की जनता से ईंधन और बिजली का संयम से इस्तेमाल करने की अपील की है। आर्थिक बदहाली झेल रहा श्रीलंका अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से राहत पैकेज की मांग करेगा। लेकिन नागरिक लगभग 75 सालों में देश के सबसे खराब आर्थिक संकट के लिए उनकी सरकार को दोषी मानते हैं।

शुक्रवार को लोगों ने रोज की जरूरत की चीजों में महंगाई को लेकर राष्ट्रपति कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। बता दें, 1948 में मिली आजादी के बाद दक्षिण एशियाई देश अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। आर्थिक मुसीबतों से नाराज लोग अब सड़कों पर उतर कर सरकार का विरोध कर रहे हैं।

अमेरिकी नागरिकों की जासूसी में पांच चीनियों पर मुकदमा

अमेरिका के संघीय अभियोजकों ने यहां रह रहे चीनी मूल के अमेरिकी नागरिकों की जासूसी और उन्हें परेशान करने के आरोप में चीन के पांच जासूसों पर मुकदमा दर्ज किया है। अमेरिका में रह रहे ये लोग चीन सरकार की नीतियों के आलोचक हैं। अमेरिका के न्याय विभाग ने बताया कि ये लोग चीन की सीक्रेट पुलिस से जुड़े हैं। ये न्यूयॉर्क के क्वींस और अमेरिका के अन्य स्थानों पर रह रहे चीनी मूल के लोगों की जासूसी कर रहे थे।

यूएई के ध्वज वाला मालवाहक जहाज पर्शिया खाड़ी में डूबा

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के ध्वज वाला एक मालवाहक जहाज पर्शिया की खाड़ी में डूब गया है। सलेम अल मकरानी कार्गो कंपनी के संचालन प्रबंधक कैप्टन निजार कद्दौरा ने पुष्टि की है कि अल साल्मी 6 बृहस्पतिवार को ईरान के तट पर डूब गया है।

उन्होंने बताया कि बचावकर्मियों ने चालक दल के 16 सदस्यों की जान बचा ली। अन्य 11 सदस्यों को भी बचा लिया गया जबकि एक व्यक्ति को नजदीकी टैंकर ने बचाया। चालक दल के दो सदस्य अब भी समुद्र में हैं। ईरान के सरकारी मीडिया ने बताया कि ईरान के बचावकर्मी समुद्र में उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हैं।

अब लग सकेगा 1-2 साल के बच्चों में ऑटिज्म का पता

ऑस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं ने ऐसे टूल तैयार किए हैं जिनसे 1 से 2 साल के बच्चों में ही ऑटिज्म का पता चल सकेगा। अब तक के टूल जल्दी से जल्दी भी इसका पता 5-6 साल की उम्र तक ही लगा पाते हैं। ऑस्ट्रेलिया के ला ट्रोब यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने पांच साल तक 13 हजार से भी अधिक बच्चों पर अध्ययन किया।

जब उन्होंने इस समूह की जांच की तो अपने एक टूल से बहुत कम उम्र में ऑटिज्म पकड़ने में सफलता पाई। इस स्क्रीनिंग टूल की जांच में 12 से 24 साल के जिन बच्चों में ऑटिज्म की संभावना निकली, बाद में जाकर इनमें से 83 फीसदी मामले सही साबित हुआ।


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