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रोबोट लगाएगा वैक्सीन, अब बिना सूई के ही पहुंचा देगा शरीर के अंदर दवा की डोज़

Renuka Sahu
8 Nov 2021 5:01 AM GMT
रोबोट लगाएगा वैक्सीन, अब बिना सूई के ही पहुंचा देगा शरीर के अंदर दवा की डोज़
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फाइल फोटो 

हममें से तमाम लोग ऐसे होते हैं, जिन्हें सूई या इंजेक्शन का नाम सुनते ही चक्कर आने लगते हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हममें से तमाम लोग ऐसे होते हैं, जिन्हें सूई या इंजेक्शन का नाम सुनते ही चक्कर आने लगते हैं. ऐसे लोगों को वैक्सीन (Vaccination Fear) देने में नर्सेज़ और डॉक्टर्स के भी हाथ-पांव फूल जाते हैं. ऐसे में अब एक कनेडियन स्टार्टअप ( Canadian startup) के तहत ऐसा रोबोट तैयार किया गया है, जो वैक्सीनेशन (Autonomous Vaccination) का काम बिल्कुल सही तरीके से कर देगा. दिलचस्प बात ये है कि वो इसके लिए इंजेक्शन का इस्तेमाल (Needle Free Vaccination) भी नहीं करेगा.

Cobi नाम के रोबोट को इस तरह बनाया गया है कि वो मरीज़ के शरीर का एक मैप बना लेता है और फिर खुद ही इंजेक्शन लगाने की सही जगह तय कर लेता है. ये सूई के बजाय हाई प्रेशर जेट के ज़रिये दवा को इंसान के शरीर में पहुंचा देता है. कोबी का पहला ट्रायल सफल रहा है. उसके एक इंसान को इंट्रामस्कुलर इंजेक्शन (Intramuscular Injection) देकर अपनी कुशलता दिखाई है.
Needle Free Vaccination करता है Cobi
डेवलपर्स ने कोबी रोबोट को ओंटारिया की यूनिवर्सिटी ऑफ वॉटरलू में तैयार किया है. कोबी हाई प्रेशर जेट के ज़रिये सीरम को त्वचा के रोमछिद्र जितनी जगह से अंदर पहुंचा देता है. ऑटोमैटिक वाहनों में मैपिंग के लिए इस्तेमाल होने वाली टेक्नॉलजी LiDAR सेंसर का इस्तेमाल करके कोबी मरीज़ के शरीर का मैप बनाता है और फिर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर बेस्ड सॉफ्टवेयर ये तय करता है कि इंजेक्शन कहां देना है. Cobionix के CEO का कहना है कि इस प्रक्रिया में किसी भी इंसान के हस्तक्षेप की ज़रूरत नहीं है.
खुद ही सारा काम कर लेगा रोबोट
उदाहरण के तौर पर मरीज़ अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराता है और क्लीनिक पर वैक्सीनेशन के लिए पहुंचता है. उसे अपना ID कैमरा के सामने दिखाना होता है और कंफर्मेशन लेना होगा. रोबोट में मौजूद 3डी सेंसर्स मरीज़ की मौजूदगी पहचान लेंगे. इसके बाद कोबी के रोबोटिक हाथ वैक्सीन को लेंगे और मरीज़ का एक मैप सेंसर के ज़रिये तैयार कर लेंगे. इसके बाद मरीज़ को वैक्सीन दे दी जाएगी. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस तरह के ऑटोनॉमस वैक्सीनेशन से स्वास्थ्यकर्मियों को खतरों से बचाया जा सकेगा और वैक्सीनेशन के खर्च को भी कम किया जा सकेगा. इसे साल 2019 में स्थापित किए गए स्टार्ट अप Cobionix ने तैयार किया है.


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