अपनी कंपनी या फिर दुकान को चलाने के लिए मालिक कर्मचारी रखते हैं और उन्हें सैलरी देते हैं. लेकिन क्या कभी आपने ऐसा सुना है कि किसी कर्मचारी के काम से खुश और प्रभावित होकर किसी मालिक ने कर्मचारी को सिर्फ एक डॉलर में अपनी पूरी दुकान बेची दी? यह पूरी तरह सच है और ऐसा हुआ है अमेरिका में, जहां एक सैलून के मालिक ने अपनी ही दुकान में काम करने वाली एक महिला नाई को सिर्फ 1 डॉलर यानी कि लगभग 75 रुपये में दुकान बेच दी और इससे वो पूरी तरह खुश है.
सैलून के मालिक पियो इम्पेरती ने अपने सैलून में काम करने वाली हेयर स्टाइलिस्ट कैथी मौरा को सिर्फ 1 डॉलर में अपनी दुकान बेच दी. दिलचस्प है कि कैथी मौरा को हाई स्कूल से पास होने के बाद पहली बार इसी सैलून के मालिक ने काम दिया था. पियो इम्पेरती ने कहा कि इसने इतनी अच्छी तरह से काम करके मुझे प्रभावित कर दिया. "वह एक अच्छी बार्बर हैं, वह बहुत अच्छी हैं," AP की रिपोर्ट के मुताबिक सैलून मालिक ने बताया कि उसने अपने इटली हेयर स्टूडियो को सिर्फ 1 डॉलर में बेच दिया ताकि कैथी मोरा से उसकी दोस्ती बनी रहे.
हालांकि, इस दौरान मौरा पियो इम्पेरती को दुकान के किराए का भुगतान करेंगी लेकिन वो दुकान सिर्फ 1 डॉलर में मिलने की वजह से उपकरण, इस्तेमाल होने वाले प्रोडक्ट और ग्राहकों के लिए सैलून खरीदने के हजारों डॉलर खर्च से बचकर मालकिन बन गईं. 79 वर्षीय इम्पेरती अब वहां एक स्वतंत्र ठेकेदार के रूप में काम कर रहे हैं. दुकान की मालकिन बनने के बाद कैथी मौरा ने कहा, "मेरा सपना था कि एक दिन मैं खुद सैलून को शुरू करने में सक्षम बनूं जो आज संभव हो गया. अखबार के अनुसार, पियो इम्पेरती ने साल 1965 में एक नाई की दुकान से शुरुआत करते हुए, विभिन्न स्थानों पर लगभग 56 वर्षों से व्यवसाय में है.
मालिक से दुकान मिलने के बाद 32 वर्षीय मौरा ने याद किया कि जब उसने स्कूल की पढ़ाई पूरी की तो "कोई भी उसे काम पर रखने को तैयार नहीं था क्योंकि उसके पास कोई अनुभव नहीं था." मौरा ने बताया कि उसने एक शिक्षिका से मदद मांगी जिसके बाद उसे इम्पेरती का फोन नंबर मिला. उसने और उसकी पत्नी ने मौरा को आजमाया और अंत में काम पर रख लिया.
मौरा ने इम्पेरती को लेकर कहा, ''हम एक परिवार की तरह बढ़े. वो (इम्पेरती) सैलून में आने वाले सभी लोगों के साथ समान व्यवहार करते हैं, मौरा ने इम्पेरती को लेकर कहा, ''वो चाहते हैं कोई भी व्यक्ति जो यहां काम करता है, फले-फूले और खुद कुछ बनें."