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Dark Energy का रेपलेंट फोर्स हो रहा है कमजोर, सिर्फ 10 करोड़ साल में ही सिकुड़ने लगेगा
jantaserishta.com
4 May 2022 1:57 PM GMT
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क: करीब 1380 करोड़ सालों तक लगातार फैलने के बाद, ब्रह्मांड अब ठहराव के तरफ जा रहा है. एक नए शोध से पता चला है कि ब्रह्मांड अब धीरे-धीरे सिकुड़ना शुरू कर सकता है. यह शोध प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज जर्नल में प्रकाशित किया गया है. इस शोध में तीन वैज्ञानिकों ने ब्रह्मांड के फैलाव के पिछले ऑब्जर्वेशन के आधार पर डार्क एनर्जी की प्रकृति की मॉडलिंग करने का प्रयास किया है.
डॉर्क एनर्जी एक रहस्यमयी शक्ति है जिसके बारे में कहा जाता है कि इसकी वजह से ब्रह्मांड तेजी से फैल रहा है. मॉडल में डार्क एनर्जी प्रकृति का कॉन्स्टेंट फोर्स नहीं है, बल्कि एक इकाई है जिसे Quintessence कहा जाता है, जो समय के साथ खत्म हो सकती है. शोधकर्ताओं ने पाया कि भले ही ब्रह्मांड का विस्तार करोड़ों सालों से हो रहा हो, लेकिन डार्क एनर्जी का रेपलेंट फोर्स (Repellent Force) शायद कमजोर हो रहा है.
शोधकर्ताओं के मॉडल के मुताबिक, अगले 6.5 करोड़ साल के अंदर ब्रह्मांड की गति तेजी से खत्म हो सकता है. फिर, 10 करोड़ साल में, ब्रह्मांड पूरी तरह से फैलना बंद कर सकता है. इसके बजाय यह धीमी गति से सिकुड़ना शुरू कर सकता है, जो अब से करोड़ों साल बाद खत्म हो जाएगा. फिर शायद समय और अंतरिक्ष का फिर से जन्म हो.
न्यू जर्सी में प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी में प्रिंस्टन सेंटर ऑफ़ थ्योरेटिकल साइंस के निदेशक और इस शोध के को-ऑथर पॉल स्टीनहार्ड (Paul Steinhardt) का कहना है कि ये सब बहुत ही तेजी से हो सकता है. उन्होंने कहा कि 6.5 करोड़ साल पहले, जब चिक्सुलूब एस्टेरॉयड (Chicxulub Asteroid) पृथ्वी से टकराया. उसने डायनासोर का सफाया कर दिया. ब्रह्मांडीय पैमाने (Cosmic Scale) पर 6.5 करोड़ साल का वक्त काफी छोटा है.
1990 के दशक से, वैज्ञानिकों ने जान लिया था कि ब्रह्मांड का विस्तार तेजी से हो रहा है. करोड़ों साल पहले की तुलना में, आकाशगंगाओं (Galaxies) के बीच की दूरी तेजी से बढ़ रही है. वैज्ञानिकों ने तेजी से बढ़ रहे इस रहस्यमयी स्रोत को डार्क एनर्जी का नाम दिया. यह एक अदृश्य इकाई है जो गुरुत्वाकर्षण के विपरीत काम करती है और ब्रह्मांड के सबसे विशाल ऑब्जेक्ट्स को एक साथ खींचने के बजाय उन्हें दूर धकेलती है. हालांकि डार्क एनर्जी ब्रह्मांड की कुल द्रव्यमान-ऊर्जा का लगभग 70% हिस्सा बनाती है, लेकिन इसके गुण अब भी रहस्य बने हुए हैं.
पॉल स्टीनहार्ड का कहना है कि हम इस पेपर में सवाल उठा रहे हैं कि क्या यह त्वरण हमेशा के लिए रहने वाला है और अगर नहीं, तो विकल्प क्या हैं और यह बदलाव कितनी जल्दी हो सकता है? स्टीनहार्ड का मानना है कि यह जांचने का कोई सही तरीका नहीं है कि क्या quintessence सच में है या क्या ब्रह्मांडीय का फैलाव धीमा होने लगा है. अभी के लिए, तो यह केवल पिछले ऑबज़र्वेशन के साथ थ्योरी को फिट करने की बात है और शोधकर्ताओं ने अपने पेपर में इसे बहुत अच्छी तरह किया है. ब्रह्मांड का अंतहीन विकास होगा या ये तेजी से खत्म होगा यह तो वक्त ही बताएगा.
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