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बांग्लादेश के प्रधान मंत्री ने देश के गौरव, क्षमता और गौरव के प्रतीक देश के सबसे लंबे पद्मा ब्रिज का किया उद्घाटन

Bhumika Sahu
26 Jun 2022 7:38 AM GMT
बांग्लादेश के प्रधान मंत्री ने देश के गौरव, क्षमता और गौरव के प्रतीक देश के सबसे लंबे पद्मा ब्रिज का किया उद्घाटन
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देश के सबसे लंबे पद्मा ब्रिज का किया उद्घाटन

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने शनिवार को देश के सबसे लंबे पुल (longest Bridge) का उद्घाटन किया. पद्मा नदी पर बने इस पुल की लंबाई 6.15 किलोमीटर है. जो देश के दक्षिण पश्चिमी हिस्सें को देश की राजधानी से जोड़ता है. प्रधानमंत्री ने पद्मा पुल के उद्घाटन (Padma bridge inauguration) के दौरान अपने संबोधन में कहा कि यह पुल केवल ईंट,सीमेंट और कंक्रीट का ढेर नहीं है, बल्कि ये देश के गौरव, क्षमता और शान का प्रतीक है. इस पुल के निर्माण का खर्च देश की सरकार ने वहन किया है, इसे तीन अरब 60 करोड़ डॉलर की लागत से बनाया गया है. देश की प्रधानमंत्री ने पुल के निर्माण से संबंधित विभागों और अधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जो लोग इस पुल निर्माण के पक्ष में नहीं थे, उनके भीतर शायद आत्मविश्वास की कमी थी.

देश को मिला सबसे लंबा पुल
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने शनिवार को बांग्लादेश के सबसे लंबे पुल का उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि पद्मा पुल केवल ईंट और सीमेंट का ढेर नहीं, बल्कि बांग्लादेश के गौरव, क्षमता और शान का प्रतीक है. पद्मा नदी पर बने इस पुल की लंबाई 6.15 किलोमीटर है और यह दक्षिण पश्चिमी बांग्लादेश को राजधानी तथा देश के अन्य भागों से जोड़ता है.
घरेलू खर्च से बना है पद्मा पुल
इस बहुद्देशीय सड़क-रेल पुल के निर्माण का खर्च, तीन अरब 60 करोड़ डॉलर है, जिसे पूरी तरह बांग्लादेश सरकार ने वहन किया है. हसीना ने पद्मा पुल के निर्माण से जुड़े लोगों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पुल के निर्माण में आप सबका सहयोग सराहनीय है. पद्मा पुल का उद्घाटन इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पूरी तरह घरेलू खर्च से निर्मित हुआ है.
विरोध करने वालों पर किया कटाक्ष
प्रधानमंत्री ने पुल का विरोध करने वालों पर बोलते हुए कहा कि मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं है लेकिन मुझे लगता है कि जिन्होंने पद्मा पुल की निर्माण योजना का विरोध किया और उसे पाइप ड्रीम बताया, उनके भीतर आत्मविश्वास की कमी थी. मुझे उम्मीद है कि पुल के निर्माण और उद्घाटन के बाद उनके अंदर विश्वास पैदा होगा.
उन्होंने कहा कि यह पुल केवल ईंट, सीमेंट, लोहे और कंक्रीट का ढेर नही है. यह पुल हमारा गौरव है, यह हमारी क्षमता, शक्ति और शान का प्रतीक है. यह पुल बांग्लादेश के लोगों का है. इस बीच, भारतीय उच्चायोग ने इस परियोजना के पूरा होने पर बांग्लादेश सरकार को बधाई दी.


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