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इससे पहले तक उन्होंने देश के कोरोना आंकड़ों को छिपा कर रखा हुआ था.
तंजानिया (Tanzania) के राष्ट्रपति जॉन मागुफुली (John Magufuli) को पिछले दो सप्ताह से किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में नहीं देखा गया है. विपक्षी नेता टुंडु लिसु ने कहा है कि मागुफुली कोरोनावायरस (Coronavirus) से संक्रमित हैं और भारत में इलाज करा रहे हैं. ऐसे में लोगों के बीच उनकी सेहत को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं. इसी बीच देश की उपराष्ट्रपति सामिया सुलुहु (Samia Suluhu) ने देश के नागरिकों से कहा कि वह घबराएं नहीं और शांत रहें, जल्द ही राष्ट्रपति लौटेंगे. जुकाम और अन्य बीमारियों का होना आम बात है.
उपराष्ट्रपति सामिया सुलुहु ने एक रैली को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति जॉन मागुफुली की सेतह और उनके लोकेशन को लेकर कोई जानकारी नहीं दी. हालांकि, उपराष्ट्रपति ने ये जरूर कहा कि उन्हें राष्ट्रपति ने लोगों को शांत करने के लिए भेजा है. सुलुहु ने कहा, मैं आपको आश्वस्त करना चाहती हूं कि तंजानिया सुरक्षित है. आप लोग घबराएं नहीं, शांति बनाए रखें. जल्द ही राष्ट्रपति सबके सामने होंगे. सर्दी जुकाम और फ्लू के लिए किसी का भी परीक्षण किया जाना सामान्य है. मैं आपको बताना चाहती हूं कि अगर तंजानियावासियों के लिए कभी एकजुट रहने का एक महत्वपूर्ण समय आया है, तो वह अब है.
कोरोना संक्रमित हैं राष्ट्रपति मागुफुली!
मागुफुली को लेकर की गई उनकी टिप्पणी ने राष्ट्रपति की सेतह को लेकर कई तरह के सवाल पैदा कर दिए हैं. लेकिन उन्हें 27 फरवरी के बाद से ही नहीं देखा गया है. ऐसे में कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं. मागुफुली के मुख्य प्रतिद्वंद्वी टुंडु लिसु ने कहा कि वह कोरोना से संक्रमित हैं और इस बात को छिपाने में लगे हुए हैं. उनका केन्या के नैरोबी में इलाज किया जा रहा था, लेकिन फिर उन्हें इलाज के लिए भारत भेज दिया गया है.
कोरोना को बताया फ्लू, झाड फूंक से ठीक करने का किया था दावा
गौरतलब है कि राष्ट्रपति जॉन मागुफुली ने कोविड-19 को लेकर संदेह जताया था. उन्होंने कोरोनावायरस को झाड़-फूंक के जरिए खत्म करने का सनसनीखेज दावा भी किया था. मागुफुली ने कोरोना टेस्ट का मजाक उड़ाया और देशवासियों को मास्क नहीं पहनने के लिए उत्साहित किया. साथ ही वैक्सीन की प्रभावकारिता को लेकर सवाल खड़ा किया. हालांकि, पिछले महीने मागुफुली ने स्वीकार किया कि देश में कोरोनावायरस फैल रहा है. इससे पहले तक उन्होंने देश के कोरोना आंकड़ों को छिपा कर रखा हुआ था.
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