ओसामा बिन लादेन को मारने वाले नेवी सील ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बारे में चेतावनी जारी की है. उन्होंने कहा कि अमेरिका पुतिन के साथ वह नहीं कर सकता जो उसने आतंकवादी मास्टरमाइंड के साथ किया था. इसका साथ ही नेवी सील ने रूस के आक्रमण पर अपने देश के रुख की भी आलोचना की.
'पुतिन ने अपना आपा खो दिया'
मोंटाना के रॉब ओ नील, SEAL टीम सिक्स का हिस्सा थे, जिसने 2010 में एबटाबाद में 9/11 के मास्टर माइंड ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था. उन्होंने 16 वर्षों में 400 लड़ाकू मिशन पूरे किए हैं और मानते हैं कि यूक्रेन के खिलाफ पूर्ण पैमाने पर आक्रमण शुरू करके व्लादिमीर पुतिन ने अपना आपा खो दिया है. रॉब ने यूक्रेन पर रूस के हमले को लेकर अपने देश की प्रतिक्रिया की आलोचना करते हुए कहा कि अमेरिका ने घातक हमले का जवाब कमजोरी के साथ दिया है.
'डेली मेल' की रिपोर्ट के मुताबिक ओ नील का मानना है कि पेंटागन पुतिन को रोकने की कोशिश करने के बजाय उनके जलवायु परिवर्तन एजेंडे के बारे में अधिक चिंतित है. उन्होंने कहा, 'रूस और चीन हम पर हंस रहे हैं.' ओ'नील ने कहा कि उन्हें विश्वास नहीं था कि यूक्रेन पर रूस आक्रमण करेगा क्योंकि उन्होंने 'एक पागल आदमी (पुतिन) के फैसले को समझने की कोशिश करने की गलती की.' ओ'नील का दावा है कि ज्यादातर अमेरिकियों को टीवी और सोशल मीडिया से युद्ध के बारे में उनके विचार मिल रहे हैं. लोग चाहते हैं कि अमेरिका रूस को लेकर सख्त रुख अपनाए.
लादेन के सिर में दागी थीं तीन गोलियां
याद दिला दें कि मई 2011 को अल कायदा प्रमुख और दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकी ओसामा बिन लादेन के खात्मे के मिशन को अंजाम दिया गया था. इस मिशन में शामिल नेवी सील टीम के रॉब ओ नील ने आखिरी ओसामा पर आखिरी वार किया था. नील ने आंतकी ओसामा बिन लादेन के सिर में तीन गोलियां दागी थीं. इस टीम के किसी भी सदस्य की पहचान उजागर नहीं कई गई थी.
ऐसे उजागर हुई नील की पहचान
यूएस न्यूज चैनल फॉक्स ने नील का इंटरव्यू किया था. इसी इंटरव्यू में उनकी पहचान सार्वजनिक हुई थी. रॉब ओ नील का पूरा नाम रॉबर्ट ओ नील है. फिलहाल वह नेवी सील का हिस्सा नहीं हैं. ओ नील ने अपने इस इंटरव्यू में मिशन ओसामा से जुड़ी कई कहानियों से पर्दा उठाया था.