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रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि जैपद में शामिल सभी सैनिक अक्टूबर के मध्य तक अपने ठिकानों पर लौट आएंगे.
बेलारूस (Belarus) के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंकों (Alexander Lukashenko) सैन्य वर्दी पहने हुए रविवार को रूस (Russia) के साथ चल रहे जैपद सैन्य अभ्यास (Zapad military exercises) को देखने के लिए पहुंचे. इस दौरान लुकाशेंको ने ऐलान किया कि बेलारूस 2025 तक रूस (Belarus-Russia Relations) से एक बिलियन डॉलर (7300 करोड़ रुपये) कीमत के हथियार खरीदना चाहता है. ये सैन्य अभ्यास पश्चिमी बेलारूस के बारानोविची शहर के दूर एक सैन्य स्थल पर हो रहा है.
अलेक्जेंडर लुकाशेंकों 1994 से बेलारूस के राष्ट्रपति पद पर काबिज हैं. लुकाशेंको ने रूसी और बेलारूसी सैनिकों की तत्परता की प्रशंसा की और कहा कि दोनों देश मिलकर पश्चिम से 'हाइब्रिड आक्रमण' का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं. लाइव फायर ड्रिल एक हफ्ते के युद्धाभ्यास का परिणाम है. इस हफ्ते ये सैन्य अभ्यास समाप्त हो जाएगा. रूसी राष्ट्रपति (Russian President) व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) सोमवार को सैनिकों से मुलाकात करने के लिए सैन्य स्थल पर पहुंच सकते हैं.
सैन्य अभ्यास से पड़ोसी मुल्कों में हलचल
जैपद सैन्य अभ्यास में 2,00,000 से अधिक सैनिक शामिल हैं और इसकी वजह से पड़ोसी मुल्क यूक्रेन (Ukraine) और पोलैंड (Poland) में काफी तनाव है. 1989 में साम्यवाद के पतन के बाद पहली बार पोलैंड ने सैन्य अभ्यास के कारण अपनी पूर्वी सीमा पर आपातकाल की स्थिति का ऐलान किया है. अभ्यास की पूर्व संध्या पर पुतिन ने कहा कि जैपद रक्षात्मक अभ्यास है आक्रामक नहीं. वहीं, रविवार को लुकाशेंको ने भी यही बात दोहराई. लुकाशेंको ने कहा, हम अपने रॉकेटों से पड़ोसी देशों को निशाना नहीं बना रहे हैं. ये अपनी रक्षा के लिए है.
बेलारूस की नजर रूस से एस-400 वायु रक्षा प्रणाली खरीदने पर
पिछले सप्ताह के गुरुवार को पुतिन और लुकाशेंको ने क्रेमलिन (Kremlin) में सात घंटे तक मुलाकात की और दोनों देशों के बीच अधिक साझेदारी को लेकर चर्चा की. लुकाशेंको ने बाद में कहा कि इस मुलाकात में आधे वक्त रक्षा वार्ता पर बातचीत हुई. इस दौरान बेलारूस ने एस-400 वायु रक्षा प्रणाली (S-400 air defense system) को खरीदने की इच्छा जताई. 4 नवंबर को पुतिन के बेलारूस की राजधानी मिंस्क के दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच संबंधों को गहरा करने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर करने की उम्मीद है. रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि जैपद में शामिल सभी सैनिक अक्टूबर के मध्य तक अपने ठिकानों पर लौट आएंगे.
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