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एक स्टडी मे दावा किया गया है कि कोरोना के डेल्टा वेरिएंट (Corona Virus Delta Variant) के खिलाफ स्पूतनिक वी (Sputnik V) बाकी वैक्सीन के मुकाबले ज्यादा प्रभावशाली है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। एक स्टडी मे दावा किया गया है कि कोरोना के डेल्टा वेरिएंट (Corona Virus Delta Variant) के खिलाफ स्पूतनिक वी (Sputnik V) बाकी वैक्सीन के मुकाबले ज्यादा प्रभावशाली है. इस बात की जानकारी स्पूतनिक वी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से भी दी गई है. ट्वीट में लिखा है कि, स्टडी के मुताबिक भारत में पहली बार पाए गए कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ स्पूतनिक वी सबसे ज्यादा प्रभावशाली है.
बताया जा रहा है कि स्पुतनिक वी कोरोनावायरस के खिलाफ 91.6 फीसदी से ज्यादा प्रभावशाली है. दुनिया भर के 67 देशों में दवा को अधिकृत किया गया है. रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) ने 10 जून को घोषणा की थी कि बहरीन के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा टीकाकरण अभियान के दौरान स्पुतनिक वी की प्रभावशीलता 94.3% आंकी गई थी. हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अभी तक स्पुतनिक वी को आपातकालीन टीके के रूप में मंजूरी नहीं दी है
इससे पहले रविवार को रूस की कोविड -19 वैक्सीन 'स्पूतनिक वी' का डोज दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में डॉ रेड्डीज लैब के कर्मचारियों को दिया गया. स्पुतनिक वी अगले सप्ताह से दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में उपलब्ध होने की संभावना है.
सूत्रों के अनुसार, स्पुतनिक वी की 1000 डोज अपोलो अस्पताल पहुंचे और इनमें से 179 डोज डॉ रेड्डीज लैब के कर्मचारियों को लगाए गए. अपोलो अस्पताल में स्पुतनिक वी के उपलब्ध होने की संभावना अभी अस्थायी तौर पर 15 जून की तारीख निर्धारित की गई है. अपोलो दिल्ली के प्रवक्ता ने बताया कि ये कार्यक्रम 15 जून को शुरू होने की संभावना है, लेकिन यह वैक्सीन की खेप मिलने के बाद ही संभव है.
स्पूतनिक वी टीके के स्टोरेज के लिए विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है. इसे शून्य से 20 डिग्री सेल्सियस कम तापमान पर रखा जाता है. डॉ रेड्डी प्रयोगशाला का रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष के साथ भारत में स्पूतनिक वी टीके की 12.5 करोड़ खुराक बेचने को लेकर करार हुआ है. भारत के औषधि महानियंत्रक की ओर से डॉ रेड्डी प्रयोगशाला को स्पूतनिक वी टीके के आपातकालीन इस्तेमाल की पहले ही मंजूरी मिल चुकी है.
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