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विश्‍व में परमाणु हथियारों की संख्‍या में तेजी से इजाफा हो रहा, सिपरी ने अपनी रिपोर्ट में कही ये बात

Neha Dani
4 July 2022 6:24 AM GMT
विश्‍व में परमाणु हथियारों की संख्‍या में तेजी से इजाफा हो रहा, सिपरी ने अपनी रिपोर्ट में कही ये बात
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इस समय पूरे विश्‍व में कुल 13,000 परमाणु हथियार हैं।

स्‍टॉकहोम: स्‍टॉकहोम इंस्‍टीट्यूट फॉर पीस रिसर्च (सिपरी) की साल 2022 की रिपोर्ट आ गई है। हर साल आने वाली इस रिपोर्ट में दुनिया के उन देशों की जानकारी होती है जिनके पास परमाणु हथियारों की खेप होती है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले 50 सालों की तुलना में इस साल परमाणु हथियारों के जखीरे में कमी आई है। लेकिन इसके बाद भी पूरे विश्‍व में इन हथियारों की संख्‍या में तेजी से इजाफा हो रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले कुछ सालों में इनकी संख्‍या बढ़ जाएगी। आपको बता दें कि सिपरी वो अंतरराष्‍ट्रीय स्‍वतंत्र संस्‍था है जिसका मकसद युद्ध, हथियारों और ऐसे मसलों पर रिसर्च करना है। इस संस्‍था की शुरुआत साल 1996 में हुई थी। साल 1945 में अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासकी पर परमाणु बम गिराया था। वो सबसे पहला परमाणु हमला था। इसके बाद कोई भी परमाणु हमला नहीं तो नहीं हुआ है मगर हथियारों का जखीरा बढ़ता जा रहा है।

कहा हैं भारत-पाकिस्‍तान
सिपरी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत के पास जनवरी 2022 तक 160 परमाणु हथियार थे। वहीं, अगर पाकिस्‍तान की बात करें तो इसकी संख्‍या 165 है। दोनों ही देश अपने पास मौजूद परमाणु हथियारों के जखीरे को बढ़ाने में लगे हुए हैं। थिंक टैंक की तरफ से कहा गया है कि जनवरी 2021 में भारत के पास 156 परमाणु हथियार थे और एक साल में इसमें 4 और परमाणु हथियार जुड़ गए। अगर पाकिस्‍तान की बात करें तो जनवरी 2021 से जनवरी 2022 तक इसके परमाणु हथियारों की संख्‍या में कोई इजाफा नहीं हुआ और ये जस की तस है।
रिपोर्ट में लिखा है, 'ऐसा लगता है कि भारत-पाकिस्‍तान अपने परमाणु हथियारों की संख्‍या बढ़ा रहे हैं। दोनों ही देश नए तरह के न्‍युक्लियर डिलीवरी सिस्‍टम को डेवलप करने में हुए हैं।' रिपोर्ट के मुताबिक भारत की तरफ से उसके परमाणु हथियारों को लेकर किसी तरह का कोई आधिकारिक आंकड़ा शेयर नहीं किया जाता है। सिपरी का कहना है कि अगर परमाणु हथियारों से जुड़ी विश्‍वसनीय जानकारी और इनकी क्षमताओं की बात करें तो इसमें अंतर हो सकता है।


भारत-पाकिस्‍तान दोनों ही अपने मिसाइल टेस्‍ट की जानकारी तो देते हैं मगर इसके आकार और स्थिति के बारे में कोई और जानकारी नहीं देते हैं। सिपरी की ईयरबुक 2022 में आगाह किया है कि अगर परमाणु हथियारों पर अंकुश नहीं लगाया तो ये बड़ा खतरा हो सकता है। भारत ने परमाणु हथियारों के लिए हुई एनपीटी संधि को साइन नहीं किया है। भारत ने राजस्‍थान के पोखरण में साल 1974 और फिर मई 1998 में परमाणु परीक्षण किए थे। मई 1998 के कुछ समय बाद ही पाकिस्‍तान ने अपना पहला परमाणु परीक्षण किया था।


क्‍या है चीन की हालत
इस रिपोर्ट में चीन का जिक्र भी है। सिपरी के मुताबिक चीन अपने परमाणु हथियारों की स्थिति में इजाफा करने की तरफ है। सैटेलाइट से मिलीं तस्‍वीरों में उन 300 नए मिसाइल कवर्स के बारे में भी पता लगा है जिनका निर्माण चीन तेजी से कर रहा है। जनवरी 2021 में चीन के पास 350 परमाणु हथियार थे और एक साल बाद भी यही स्थिति है। चीन के पास परमाणु हथियारों की संख्‍या में भले ही कोई इजाफा नहीं हुआ है लेकिन इनके प्रयोग में बदलाव हुआ है। चीन ने अपना पहला परमाणु परीक्षण साल 1964 में किया था। ये टेस्‍ट शिनजियांग स्थित गोबी के रेगिस्‍तान में लोप नुर में किया गया था।



विश्‍व के कुल 9 देशों के पास इस समय परमाणु हथियार हैं। इन देशों में अमेरिका, रूस, यूनाइटेड किंगडम (यूके), फ्रांस, चीन, भारत,पाकिस्‍तान, इजरायल और नॉर्थ कोरिया शामिल हैं। अमेरिका के पास सबसे ज्‍यादा 5428 परमाणु हथियार हैं। रूस के पास 5977, यूके के पास 225, फ्रांस के पास 290, इजरायल के पास 90 और नॉर्थ कोरिया के पास 20 परमाणु हथियार वर्तमान समय में मौजूद हैं। इस समय पूरे विश्‍व में कुल 13,000 परमाणु हथियार हैं।

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