x
बोर्ड के कुछ सदस्यों सहित वरिष्ठ अधिकारी भी टीएनए को बड़ी रकम के अनियमित हस्तांतरण में शामिल थे।
दक्षिण अफ्रीका में वांछित चल रहे यूपी के गुप्ता बंधुओं की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। दक्षिण अफ्रीका में भ्रष्टाचार संबंधी एक जांच रिपोर्ट ने इस बात की पुष्टि की है कि सरकारी उपक्रमों से अरबों रैंड की रकम लूटने के बाद देश से फरार हुए गुप्ता बंधुओं के मालिकाना हक बाले 'द न्यू एज' समाचार पत्र को पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के प्रभाव के कारण मदद पहुंचाई गई थी।
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले तीन गुप्ता बंधुओं अजय, अतुल और राजेश ने टीएनए शुरू किया था, जो जब बंद पड़ा है। ऐसा माना जाता है कि ये तीनों भाई इस समय दुबई में रह रहे हैं। दक्षिण अफ्रीकी प्राधिकारियों ने उनके प्रत्यर्पण का अनुरोध किया है, ताकि उनके खिलाफ आपराधिक आरोपों के संबंध में सुनवाई की जा सके। 'साउथ अफ्रीकन कमीशन ऑफ इन्क्वायरी इनटू स्टेट कैप्चर' की पहली रिपोर्ट मंगलवार शाम को सार्वजनिक की गई थी।
'गुप्ता भाइयों का जुमा पर खासा प्रभाव था'
इससे पहले कार्यवाहक चीफ जस्टिस रेमंड जोंडो ने देश के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा को यह रिपोर्ट सौंपी थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि गुप्ता भाइयों का जुमा पर खासा प्रभाव था और उन्होंने देश से भागने से पहले सरकारी उपक्रमों से अरबों रैंड राशि लूट ली थी। रिपोर्ट में कहा गया है, 'आयोग के पास उपलब्ध सबूतों में सरकारी उपक्रमों से सार्वजनिक निधि हथियाने की गुप्ता भाइयों की सोच-समझकर बनाई गई रणनीति के बारे में बताया गया है।'
इसमें बताया गया है, 'उन्होंने सरकारी उपक्रमों (एसओई) और सरकारी संचार सूचना सेवा (जीसीआईएस) जैसे सरकारी विभागों में ऐसे सहायक तैनात करने का प्रयास किया, जो यह सुनिश्चित करें कि ये संस्थान टीएनए में लाखों रैंड निवेश करें।' रिपोर्ट में कहा गया है, 'पूर्व राष्ट्रपति जुमा पर उनका (गुप्ता भाइयों का) काफी प्रभाव था। जब एक अच्छे और सिद्धांतवादी लोकसेवक ने उनके मीडिया कारोबार को समृद्ध बनाने के लिए लाखों रैंड की सार्वजनिक रकम दिए जाने की उनकी मांग को अस्वीकार कर दिया, तो उन्होंने सुनिश्चित किया कि उस लोकसेवक को पद से तत्काल हटा दिया जाए।'
मासेको को जुमा के निर्देश पर बर्खास्त कर दिया गया
दरअसल, गुप्ता बंधुओं ने जीसीआईएस के प्रमुख थेम्बा मासेको पर टीएनए के लिए 60 करोड़ रैंड का बजट निर्धारित करने के लिए दबाव बनाने की कोशिश की थी, लेकिन मासेको ने उनका विरोध किया, जिसके बाद मासेको को जुमा के निर्देश पर बर्खास्त कर दिया गया था। रिपोर्ट में बताया कि जुमा ने मासेको को हटाकर मज्वानेने मानयी को तैनात किया, जिनके कार्यकाल में टीएनए में लाखों रैंड खर्च किए गए, जबकि समाचार पत्र के पाठकों और बिक्री के बारे में कोई विश्वसनीय जानकारी नहीं थी। आयोग ने यह भी पाया कि एसओई में बोर्ड के कुछ सदस्यों सहित वरिष्ठ अधिकारी भी टीएनए को बड़ी रकम के अनियमित हस्तांतरण में शामिल थे।
Next Story