विश्व

ब्रम्हांड में 1.1 लाख मील प्रतिघंटे की रफ्तार से घूम रहा महाविशाल ब्लैक होल, जानें कारण

Gulabi
20 March 2021 1:02 PM GMT
ब्रम्हांड में 1.1 लाख मील प्रतिघंटे की रफ्तार से घूम रहा महाविशाल ब्लैक होल, जानें कारण
x
यूनिवर्स में महाविशाल ब्लैक होल

यूनिवर्स (Universe) में एक महाविशाल ब्लैक होल (Black Hole) तेजी से घूम रहा है. इसके घूमने की रफ्तार 1.1 लाख मील प्रतिघंटा है. 'हार्वर्ड एंड स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स' ने इसकी जानकारी दी है. हार्वर्ड के वैज्ञानिकों ने कहा है कि ये स्पष्ट हो चुका है कि यूनिवर्स में एक महाविशाल ब्लैक होल घूम रहा है. सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स के एस्ट्रोनॉमर (Astronmer) डोमिनिक पेस (Dominic Pesce) ने कहा कि हमें ज्यादा संख्या में महाविशाल ब्लैक होल्स के घूमने की उम्मीद नहीं है. आमतौर पर ब्लैक होल एक जगह स्थिर अवस्था में नजर आते हैं.


हार्वर्ड के अध्ययन में 10 दूर स्थित आकाशगंगाओं (Galaxias) और महाविशाल ब्लैक होल (Supermassive black hole) का सर्वेक्षण किया गया. इस अध्ययन के दौरान खासतौर पर उन ब्लैक होल्स पर ध्यान दिया गया, जिनके डिस्क के भीतर पानी की मौजूदगी के सबूत थे. अध्ययन के मुताबिक, यह एक महाविशाल ब्लैकहोल है जो J0437+2456 गैलेक्सी के केंद्र में है. वर्तमान में यह 1.1 लाख मील प्रतिघंटे की रफ्तार से आकाशगंगा में घूम रहा है. ब्लैक होल के इतनी तेज गति से घूमने से वैज्ञानिक थोड़ा हैरान हैं.

…तो इसिलए घूम रहा है ब्लैक होल
रिसर्चर्स के मुताबिक, ब्लैक होल की इतनी व्यापक गतिविधि के मुख्य कारण अभी भी अज्ञात हैं. हालांकि, रिसर्चर्स को लगता है कि दो महाविशाल ब्लैक होल्स का आपस में विलय हो गया. इस कारण एक नया ब्लैक होल पैदा हुआ है, जो तेजी से अंतरिक्ष में घूम रहा है. वहीं, एक अन्य कारण के रूप में रिसर्चर्स का मानना है कि ब्लैक होल बाइनरी सिस्टम की वजह से घूम रहा है.

नतीजों को एस्ट्रोफिजिकल जर्नल में किया गया प्रकाशित
हार्वर्ड की रिपोर्ट में कहा गया है कि रिसर्चर्स की टीम पिछले पांच वर्षों से इस दुर्लभ घटना का अवलोकन करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है. इस बात की परिकल्पना है कि यदि ब्लैक होल और आकाशगंगा एक समान वेलोसिटी साझा नहीं करते हैं, तो ऐसे में ब्लैक होल किसी तरह से हिल गया होगा. इन नतीजों को एस्ट्रोफिजिकल जर्नल में प्रकाशित किया गया है. इसमें कहा गया है कि ये महाविशाल ब्लैक होल के अंतरिक्ष में चलने का स्पष्ट केस है.
Next Story