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तालिबान ने काबुल एयरपोर्ट के चारों तरफ घेरेबंदी बढ़ा दी है। यही नहीं एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था धीरे-धीरे तालिबान अपने हाथ में लेते जा रहा है।
ब्रिटिश सेना के सदस्यों को ले जाने वाला आखिरी विमान काबुल के हवाई अड्डे से रवाना हो गया है। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने इस बात की घोषणा की है। रक्षा मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा कि ब्रिटेन के सशस्त्र बलों के कर्मियों को ले जाने वाली अंतिम उड़ान काबुल से रवाना हो गई है। उन सभी लोगों के लिए जिन्होंने भारी दबाव और भयावह परिस्थितियों में नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए इतनी बहादुरी से सेवा की है। उनके लिए धन्यवाद।
इससे पहले शनिवार को अफगानिस्तान में ब्रिटेन के राजदूत लॉरी ब्रिस्टो ने कहा था कि हमने पिछले दो हफ्तों में काबुल से लगभग 15,000 ब्रिटेन और अफगान नागरिकों काबुल से निकाला है। ब्रिस्टो के अनुसार लगभग 1,000 सैन्य साथ ही राजनयिक और नागरिक कर्मियों ने निकासी अभियान पर काम किया है।
वहीं, यूनाइटेड किंगडम शुरू में शुक्रवार शाम तक अपने निकासी मिशन को समाप्त करने की योजना बना रहा था।
रूसी समाचार एजेंसी स्पुतनिक ने बताया कि अफगानिस्तान से ब्रिटेन के नागरिकों और दूतावास के कर्मचारियों को स्वदेश वापस लाने वाला पहला विमान 16 अगस्त को यूनाइटेड किंगडम में उतरा था।
तालिबान ने काबुल एयरपोर्ट पर घेरेबंदी कर दी है तेज
बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से अमेरिका, ब्रिटेन और भारत समेत सभी देश अपने नागरिकों, सुरक्षाकर्मियों, अधिकारियों और अफगान नागरिकों को निकालने में लगे हैं। इसी बीच अफगानिस्तान में काबुल एयरपोर्ट पर तालिबान की घेरेबंदी तेज हो गई है। एयरपोर्ट के चारों तरफ उसने अपनी मौजूदगी बढ़ा दी है। एयरपोर्ट के खाली किए गए क्षेत्रों पर भी वह नियंत्रण करता जा रहा है। अमेरिका सहित विदेशी सेनाओं की वापसी की समय सीमा 31 अगस्त नजदीक आने के साथ ही काबुल एयरपोर्ट के अंदर और बाहर दोनों जगह हालात बदल रहे हैं। कई देशों के निकासी अभियान पूरे हो चुके हैं। तालिबान ने काबुल एयरपोर्ट के चारों तरफ घेरेबंदी बढ़ा दी है। यही नहीं एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था धीरे-धीरे तालिबान अपने हाथ में लेते जा रहा है।
Neha Dani
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