![ग्रीनलैंड की बर्फ की चादर के नीचे मिली विशाल झील, जिसे देख आप भी हो जाएंगे हैरान ग्रीनलैंड की बर्फ की चादर के नीचे मिली विशाल झील, जिसे देख आप भी हो जाएंगे हैरान](https://jantaserishta.com/h-upload/2020/11/13/851138-hern.webp)
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| पृथ्वी (Earth) पर बहुत सारी जगहें ऐसी हैं जहां इंसान की पहुंच अभी नहीं हुई है, इनमें से कई में इतिहास (history) के रहस्य भी छिपे हुए हैं. वैज्ञानिकों ने हाल ही में ऐसी ही जगह के बारे में पता लगाया है जहां तक वह अभी नहीं पहुंच सका है और न ही निकट भविष्य में वहां तक पहुंच सका है. उन्हें सैटेलाइट (Satellite) से उत्तर पश्चिम ग्रीनलैंड (Greenland) की बर्फ की चादर (Ice Cap) के नीचे एक विशाल पुरातन झील (Ancient Lake bed) के अवशेषों का पता चला है.
ग्लेशियर के नीचे पहली खोज
यह इस तरह की दुनिया पहली जगह है जो ग्लेशियर के नीचे खोजी गई है. यह झील उस समय की है जब इस इलाके में बर्फ नहीं हुआ करती थी, लेकिन आज यह पूरी तरह बर्फ से ढका क्षेत्र है. यह झील की तल करोड़ों साल पुराना है और इसमें खास तरह के जीवाश्म और रसायन मिल सकते हैं जो उस दौर की जलवायु और जीवन के बारे में बहुत अधिक जानाकरी दे सकते हैं.
क्यों अहम है यह खोज
वैज्ञानिकों को लगता है कि इस इलाके की महत्वपूर्ण जानकारी से यह भी पता चल सकता है कि जब जलवायु गर्म होगी तब ग्रीनलैंड की बर्फ की चादर का क्या प्रभाव हो सकता है. इस लिहाज से कई शोधकर्ताओं के लिए यहां खुदाई करने की इच्छा हो रही है. इस खोज के बारे में हुआ शोध अर्थ एंड प्लैनेटरी साइंस लैटेर्स जर्नल में प्रकाशित हुआ है.
यह जानने की कोशिश
इस अध्ययन के प्रमुख लेखक और कोलंबिया यूनिवर्सिटी की लैमोंट डोहर्टी अर्थ वेधशाला के पोस्ट डॉक्टोरल शोधकर्ता गे पैक्समैन ने बताया, "ऐसे भूभाग में जहां यह इलाका पूरी तरह से छिपा हुआ और दुर्गम है, यह एक बहुत अहम जानकारी हो सकती है. हम यह जानने की कोशिश कर रहे हैं के ग्रीनलैंड की बर्फ की चादर ने इतिहास में कैसा बर्ताव किया था."
आज के लिए क्यों अहम
पैक्समैन ने कहा, "अगर हम यह जानना चाहते हैं कि यह चादर भविष्य के दशकों में कैसा बर्ताव करेगी तो यह बहुत अहम है." उल्लेखनीय है कि ग्रीनलैंड की बर्फ की चादर ग्लोबल वार्मिंग के कारण तेजी से पिघल रही है. इसकी बर्फ में इतना पानी है कि यह वैश्विक समुद्र जल का स्तर 24 फुट ऊंचा कर सकता है.
कैसे की पड़ताल
शोधकर्ताओं ने हवाई जियोफिजिकल उपकरणों से मिले आंकड़ों के आधार पर इस झील के तल का नक्शा बनाया. ये उपकरण बर्फ के नीचे तक संकेत भेज सकते हैं और सतह के नीचे के भूगर्भीय संरचना की तस्वीर हासिल कर सकते हैं. इनमें से ज्यादातर आंकड़े नासा क ऑपरेशन आइस ब्रिज के तहत निचली ऊंचाई पर उड़ने वाले विमानों ने इस इलाके के ऊपर उड़ कर जमा किए.
कितनी बड़ी झील
शोधकर्ताओं ने इस झील को 7100 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ पाया और इसकी गहराई 50 मीटर से 250 मीटर तक की थी. तस्वीरों से साफ हुआ कि यह जीवाश्म झील पर सीधे बर्फ जम गई जबकि आज ग्रीनलैंड में एक भी झील नहीं है.
पैक्समैन का कहना है कि यह पता लगाने का कोई तरीका नहीं है कि यह पता चल सके कि यह झील कितनी पुरानी है, लेकिन यह कम से कम एक करोड़ साल से ज्यादा पुराना होगा क्योंकि ग्रीनलैंड में ही बर्फ इतने समय से है. शोधकर्ताओं का लगता है कि यह झील 3 करोड़ साल पुरानी हो सकती है.