पाकिस्तान की एक अदालत ने अपहरण और जबरन धर्मांतरण का शिकार हुई एक हिन्दू नाबालिग लड़की के हक में फैसला दिया है. पिछले महीने कुछ मुस्लिम युवकों ने लड़की का अपहरण कर लिया था. इनमें से एक शख्स ने जबरन इस्लाम कबूल कराकर उसका धर्मांतरण कराया था. यही नहीं इस युवक ने लड़की से जबरदस्ती शादी भी की थी. बेटी की अपहरण के बाद माता-पिता ने पुलिस थाने और अदालत में दस्तक दी. इस मामले पर अदालत ने सुनवाई की और लड़की के हक में फैसला दिया. जबकि इससे पहले की सुनवाई में जज ने ऐसा फैसला दिया था, जिसे सुनकर लड़की अपनी मां से लिपटकर रो पड़ी थी.
अदालत में आरोपी पति ने लड़की के माता-पिता के खिलाफ मामला दायर किया था और आरोप लगाया था कि लड़की नाबालिग है और उसने उससे मर्जी से शादी की है, लेकिन परिवार उन्हें साथ रहने से रोक रहा है. जबकि परिवार ने कहा कि आरोपी ने जबरन लड़की से शादी की और उसका धर्मांतरण कराया. आरोपी ने अपनी बात को साबित करने के लिए मैरिज सर्टिफिकेट तक अदालत के सामने पेश किया. जिसके आधार पर अदालत ने आदेश दिया कि लड़की अपने पति यानी आरोपी के साथ रहेगी.
अपनी मां से लिपटकर रो पड़ी लड़की
अदालत के इस फैसले के बाद लड़की अपनी मां से लिपटकर रो पड़ी. इससे जुड़ा वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. जब यह वीडियो जज के पास पहुंचा तो उनका दिल पसीज गया और फिर उन्होंने फैसला दिया कि उसे सुरक्षित घर भेज दिया जाए और वो अपने माता-पिता से मिल सकती है. कोर्ट ने यह भी आदेश दिया कि उसकी मेडिकल जांच भी कराई जाए
जबरन कराया गया धर्मांतरण
दरअसल, अपनी बड़ी बहन के साथ एक कारखाने में काम करने वाली लड़की 12 अगस्त को अपने घर लौट रही थी. तभी चार लोगों ने हैदराबाद के फतेह चौक से उसका अपहरण कर लिया था. लड़की के माता-पिता और उनके वकील के मुताबिक लड़की का जबरन इस्लाम में धर्मांतरण किया गया और एक अपहर्ता से उसकी शादी करा दी गई. बता दें कि पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिंदू लड़कियों और महिलाओं के अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन के मामलों में इस साल काफी बढ़ोतरी देखी गई है