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आतंक के स्कूल का हेडमास्टर, लादेन का सिपहसालार

Subhi
2 Aug 2022 1:15 AM GMT
आतंक के स्कूल का हेडमास्टर, लादेन का सिपहसालार
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अमेरिका ने आतंक पर सबसे बड़ी चोट की है और CIA ने ड्रोन स्ट्राइक में अलकायदा के सरगना अल जवाहिरी (Al-Zawahiri) को मार गिराया है. अल जवाहिरी के मारे जाने की खबर खुद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने पूरी दुनिया को दी है. 9/11 के आतंकी हमले में मारे गए लोगों को न्याय दिलाने की बात कहते हुए जो बाइडेन ने ये भी कहा कि इससे अल कायदा का नेटवर्क भी कमजोर होगा. अमेरिका का दावा है कि अल ज़वाहिरी को मारने के इस कामयाब ऑपरेशन में कोई नागरिक हताहत नहीं हुआ. अमेरिका ने ड्रोन हमले में जवाहिरी को किया ढेर ओसामा बिन लादेन (Osama bin Laden) की मौत के बाद आतंकी संगठन अल कायदा (Al Qaeda) को ये सबसे बड़ा झटका है. अमेरिका की CIA ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक ड्रोन हमला किया, जिसके निशाने पर अल जवाहिरी (Al-Zawahiri) था. अफगानिस्तान में आतंक विरोधी अभियान में ये अमेरिका की सबसे बड़ी कामयाबी है. अमेरिका ने अल जवाहिरी की मौत पर 25 मिलियन डॉलर यानी करीब दो अरब रुपये का ऐलान कर रखा था. बता दें कि लादेन को अमेरिका ने करीब 11 साल पहले एक अभियान में पाकिस्तान के एबटाबाद में मारा था. 1957 में हुआ था अल-जवाहिरी का जन्म अयमान अल-जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) का जन्म 19 जून 1957 को मिश्र के एक रईस परिवार में हुआ था. पेशे से सर्जन अल जवाहिरी अरबी और फ्रेंच बोलना भी जानता था. जवाहिरी ने इजिप्टियन इस्लामिक जिहाद यानी EIJ का गठन किया था. 1970 के दशक में मिश्र में सेक्युलर शासन का विरोध करने के लिए ये एक उग्रवादी संगठन था. वो यहां पर इस्लामिक हुकूमत कायम रखना चाहता था. लादेन से कैसे हुए जवाहिरी का कनेक्शन? अल जवाहिरी (al-Zawahiri) की ओसामा बिन लादेन (Osama bin Laden) से मुलाकात सऊदी में हुई थी. ओसामा बिन लादेन 1985 में अलकायदा को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान के पेशावर में गया हुआ था. इस दौरान अल जवाहिरी भी पेशावर में ही था और यहीं से दोनों आतंकियों के बीच रिश्ता मजबूत होने लगा. लादेन-जवाहिरी ने रची दुनिया को दहलाने की साजिश साल 2001 में अल जवाहिरी ने EIJ का अलकायदा में विलय कर लिया. इसी के बाद दोनों आतंकी मिलकर दुनिया को दहलाने की साजिश रचने लगे. जवाहिरी ने अमेरिकी हमले में ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद संगठन की कमान अपने हाथ में ली थी और 2011 में वह अलकायदा का प्रमुख बना था. अमेरिका को अल जवाहिरी की तलाश अमेरिका के 9/11 के हमले के बाद से ही थी. अल-जवाहिरी ने की थी 9/11 हमले में मदद मिस्र के डॉक्टर और सर्जन अल जवाहिरी (al-Zawahiri) ने अमेरिका में 11 सितंबर 2001 के हमलों में चार विमानों को हाइजैक करने में मदद की थी. इनमें 2 विमान वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के दोनों टावर्स से टकरा गए थे, जिसके बाद अमेरिका सहित पूरी दुनिया में हाहाकार मच गया था. तीसरा विमान अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन से टकराया था. चौथा विमान शेंकविले में एक खेत में क्रैश हुआ था. आतंक की इस सबसे बड़ी वारदात में करीब तीन हजार लोग मारे गए थे. सितंबर 2001 के हमलों के अलावा अल जवाहिरी पर साल 2000 में 12 अक्‍टूबर को यमन में अमेरिकी जहाज यूएसएस कोल पर भी हमले का आरोप है. इसमें अल कायदा के दूसरे वरिष्‍ठ कमांडर शामिल थे. इन हमलों में अमेरिका के 17 नौसैनिक मारे गए थे और 30 घायल हुए थे. ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर ज़रूर पढ़ें अमेरिका का आतंक पर कड़ा प्रहार, अल कायदा चीफ अल जवाहिरी को मार गिराने का किया दावा फेसबुक यूजर्स सावधान! अमेरिका में एक्टिव हुईं 'लुटेरी हसीनाएं', इस तरह कर रहीं लूट बिना पैराशूट क्यों 4000 फीट की ऊंचाई से कूदा पायलट? जांच दल के छूटे पसीने डील से पीछे हटने के बाद एलन मस्क ने ट्विटर की तारीफ में पढ़े कसीदे, अब कही ये बात बैंक से 68 करोड़ रुपये चुराकर प्राइवेट जेट से भाग गई विदेश, तिजोरी में भर दिए रद्दी! लाइव टीवी

अमेरिका ने आतंक पर सबसे बड़ी चोट की है और CIA ने ड्रोन स्ट्राइक में अलकायदा के सरगना अल जवाहिरी (Al-Zawahiri) को मार गिराया है. अल जवाहिरी के मारे जाने की खबर खुद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने पूरी दुनिया को दी है. 9/11 के आतंकी हमले में मारे गए लोगों को न्याय दिलाने की बात कहते हुए जो बाइडेन ने ये भी कहा कि इससे अल कायदा का नेटवर्क भी कमजोर होगा. अमेरिका का दावा है कि अल ज़वाहिरी को मारने के इस कामयाब ऑपरेशन में कोई नागरिक हताहत नहीं हुआ.

अमेरिका ने ड्रोन हमले में जवाहिरी को किया ढेर

ओसामा बिन लादेन (Osama bin Laden) की मौत के बाद आतंकी संगठन अल कायदा (Al Qaeda) को ये सबसे बड़ा झटका है. अमेरिका की CIA ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक ड्रोन हमला किया, जिसके निशाने पर अल जवाहिरी (Al-Zawahiri) था. अफगानिस्तान में आतंक विरोधी अभियान में ये अमेरिका की सबसे बड़ी कामयाबी है. अमेरिका ने अल जवाहिरी की मौत पर 25 मिलियन डॉलर यानी करीब दो अरब रुपये का ऐलान कर रखा था. बता दें कि लादेन को अमेरिका ने करीब 11 साल पहले एक अभियान में पाकिस्तान के एबटाबाद में मारा था.

1957 में हुआ था अल-जवाहिरी का जन्म

अयमान अल-जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) का जन्म 19 जून 1957 को मिश्र के एक रईस परिवार में हुआ था. पेशे से सर्जन अल जवाहिरी अरबी और फ्रेंच बोलना भी जानता था. जवाहिरी ने इजिप्टियन इस्लामिक जिहाद यानी EIJ का गठन किया था. 1970 के दशक में मिश्र में सेक्युलर शासन का विरोध करने के लिए ये एक उग्रवादी संगठन था. वो यहां पर इस्लामिक हुकूमत कायम रखना चाहता था.

लादेन से कैसे हुए जवाहिरी का कनेक्शन?

अल जवाहिरी (al-Zawahiri) की ओसामा बिन लादेन (Osama bin Laden) से मुलाकात सऊदी में हुई थी. ओसामा बिन लादेन 1985 में अलकायदा को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान के पेशावर में गया हुआ था. इस दौरान अल जवाहिरी भी पेशावर में ही था और यहीं से दोनों आतंकियों के बीच रिश्ता मजबूत होने लगा.

लादेन-जवाहिरी ने रची दुनिया को दहलाने की साजिश

साल 2001 में अल जवाहिरी ने EIJ का अलकायदा में विलय कर लिया. इसी के बाद दोनों आतंकी मिलकर दुनिया को दहलाने की साजिश रचने लगे. जवाहिरी ने अमेरिकी हमले में ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद संगठन की कमान अपने हाथ में ली थी और 2011 में वह अलकायदा का प्रमुख बना था. अमेरिका को अल जवाहिरी की तलाश अमेरिका के 9/11 के हमले के बाद से ही थी.

अल-जवाहिरी ने की थी 9/11 हमले में मदद

मिस्र के डॉक्टर और सर्जन अल जवाहिरी (al-Zawahiri) ने अमेरिका में 11 सितंबर 2001 के हमलों में चार विमानों को हाइजैक करने में मदद की थी. इनमें 2 विमान वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के दोनों टावर्स से टकरा गए थे, जिसके बाद अमेरिका सहित पूरी दुनिया में हाहाकार मच गया था. तीसरा विमान अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन से टकराया था. चौथा विमान शेंकविले में एक खेत में क्रैश हुआ था. आतंक की इस सबसे बड़ी वारदात में करीब तीन हजार लोग मारे गए थे. सितंबर 2001 के हमलों के अलावा अल जवाहिरी पर साल 2000 में 12 अक्‍टूबर को यमन में अमेरिकी जहाज यूएसएस कोल पर भी हमले का आरोप है. इसमें अल कायदा के दूसरे वरिष्‍ठ कमांडर शामिल थे. इन हमलों में अमेरिका के 17 नौसैनिक मारे गए थे और 30 घायल हुए थे.


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