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पैगंबर मोहम्मद के कार्टून से सिंगापुर की सरकार डरी, पूरी किताब को ही किया बैन

Neha Dani
14 Jan 2022 7:22 AM GMT
पैगंबर मोहम्मद के कार्टून से सिंगापुर की सरकार डरी, पूरी किताब को ही किया बैन
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15.6 फीसदी मुस्लिम हैं. वहीं, हिंदुओं की आबादी 5 प्रतिशत है.

पैगंबर मोहम्मद (Prophet Mohammed) के कार्टून और विवादित तस्वीरें प्रकाशित करने के कारण सिंगापुर (Singapore) में एक किताब को बैन कर दिया गया है. मुस्लिम मामलों के मंत्री मासागोस ज़ुल्किफली (Muslim Affairs Minister Masagos Zulkiphali) ने कहा है कि राजनीतिक कार्टून (Political Cartoon) वाली किताब पर इसलिए प्रतिबंध लगाया गया है, क्योंकि सिंगापुर में पैगंबर मोहम्मद पर व्यंग्य और अपमानजनक चित्रों को प्रकाशित करना अस्वीकार्य है.

अन्य धर्मों का भी किया गया अपमान
सिंगापुर की संसद में बोलते हुए मासागोस ने कहा कि Red Lines: Political Cartoons And The Struggle Against Censorship किताब में छपी तस्वीरें मुसलमानों के लिए आपत्तिजनक हैं, फिर भले ही उन्हें फ्री स्पीच, शिक्षा, या किसी दूसरे नाम पर प्रकाशित किया जाता है. उन्होंने बताया कि पैगंबर और इस्लाम के कार्टून के अलावा, किताब में अन्य धर्मों का अपमान करने वाली तस्वीरें भी शामिल हैं.
लेखक की सोच से सरकार असहमत
मुस्लिम मामलों के मंत्री मासागोस ज़ुल्किफली ने कहा, 'लेखक कह सकते हैं कि उनका इरादा किताब के माध्यम के किसी का अपमान करना या उसे नीचा दिखाना नहीं है, उनका इरादा शिक्षित करना है, लेकिन सरकार इसे अस्वीकार करती है'. एक रिपोर्ट के मुताबिक, सिंगापुर की सरकारी संस्था इन्फोकॉम मीडिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (IMDA) ने पिछले नवंबर में कहा था कि अगस्त में प्रकाशित किताब को सिंगापुर में बेचने या वितरित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. क्योंकि इस किताब को धर्मों को बदनाम करने वाले कंटेंट के लिए Undesirable Publication Act के तहत 'आपत्तिजनक' श्रेणी में रखा गया है.
US सहित कई देशों में हुई बिक्री
IMDA ने कहा कि किताब में फ्रांसीसी पत्रिका शार्ली हेब्डो के पैगंबर मोहम्मद के उस कार्टून का भी शामिल किया गया है, जिसके कारण विदेश में विरोध और हिंसा हुई. साथ ही हिंदू और ईसाई धर्म से संबंधित अपमानजनक संदर्भ भी इसमें शामिल हैं. ये किताब Hong Kong Baptist यूनिवर्सिटी में मीडिया स्टडीज के प्रोफेसर चेरियन जॉर्ज और ग्राफिक उपन्यासकार सन्नी ल्यू ने लिखी है. किताब को पहले ही अमेरिका सहित कई देशों में वितरित किया जा चुका है. इस किताब में दुनिया भर के राजनीतिक कार्टूनों का निरीक्षण किया गया है और कार्टून सेंसरशिप के लिए विभिन्न प्रेरणाओं, तरीकों की व्याख्या की गई है.
'हम जोखिम मोल लेना नहीं चाहते'
सिंगापुर के मंत्री ने कहा कि पैगंबर की अपमानजनक तस्वीरों के कारण दुनिया के कई हिस्सों में हिंसा हुई है और हम ऐसा कोई जोखिम नहीं लेना चाहते हैं जो देश की शांति और सद्भाव को बिगाड़ने की वजह बने. हम अपने नस्लीय और धार्मिक सद्भाव को बनाए रखने और मजबूत करने के लिए अपने सभी धार्मिक समुदायों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो हमारे एकजुट समाज का आधार है. उन्होंने आगे कहा कि सरकार किसी भी धार्मिक समूह का अपमान या उस पर हमला करने की अनुमति नहीं देती है. बता दें कि साल 2020 की जनगणना के अनुसार, सिंगापुर में 31 फीसदी बौद्ध, 18 फीसदी ईसाई और 15.6 फीसदी मुस्लिम हैं. वहीं, हिंदुओं की आबादी 5 प्रतिशत है.


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