विश्व
वैश्विक बाजार को मिलेगा दो करोड़ टन गेहूं, इस देश के खाद्यान्न निर्यात पर बना गतिरोध दूर होने के आसार
Gulabi Jagat
13 July 2022 2:19 PM GMT

x
इस्तांबुल, एजेंसियां। यूक्रेन ने कहा है कि खाद्यान्न निर्यात को लेकर बना गतिरोध खत्म होने को है। तुर्की में चार पक्षों की वार्ता में गतिरोध दूर करने की रूपरेखा काफी हद तक तैयार हो गई है। यूक्रेन से खाद्यान्न निर्यात को लेकर बना गतिरोध दूर हुआ तो दो करोड़ टन से ज्यादा खाद्यान्न वैश्विक बाजार को उपलब्ध होगा जिससे कई देशों में आसन्न खाद्यान्न संकट को दूर किया जा सकेगा। गेहूं और मक्का का मूल्य कम होगा। यूक्रेन के ओडेसा शहर में काला सागर के तट पर बने बंदरगाह के गोदामों में लाखों टन खाद्यान्न भरा हुआ है। नजदीक ही दर्जनों मालवाही पोत भी खड़े हैं लेकिन रूसी सेना की काला सागर में की गई घेराबंदी और बिछाई गई बारूदी सुरंगों के चलते महीनों से वहां से आवाजाही बंद है।
काला सागर में मालवाही जहाजों की आवाजाही शुरू कराने के सिलसिले में ही तुर्की के शहर इस्तांबुल में संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता में रूस, यूक्रेन और तुर्की के मंत्रियों-अधिकारियों की बैठक हो रही है। इस बैठक से पूर्व यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने जल्द ही गतिरोध दूर होने की संभावना जताई है। कहा कि इस बाबत रूस के साथ समझौता होने से हम महज दो कदम दूर हैं। इससे पहले रूस ने पश्चिमी देशों के लगाए प्रतिबंधों में से कुछ को हटाए जाने की मांग रखी।
रूस ने समुद्री मार्ग खुलने से हथियारों की तस्करी की भी आशंका जताई है। उसने इन दोनों ही बिंदुओं पर पश्चिमी देशों और यूक्रेन से जवाब मांगा है। विदित हो कि रूस और यूक्रेन दुनिया में सबसे ज्यादा गेहूं निर्यात करने वाले देश हैं। रूस सबसे बड़ा उर्वरक निर्यातक है। जबकि यूक्रेन मक्का और सूरजमुखी के तेल का बड़ा निर्यातक है। काला सागर की घेराबंदी के चलते यूक्रेन का निर्यात ठप है जबकि पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के चलते रूस का निर्यात बाधित है। इसके चलते दुनिया जरूरी वस्तुओं की किल्लत की समस्या से जूझ रही है।

Gulabi Jagat
Next Story