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2019 में चीन के वुहान शहर में पहला कोरोनावायरस का मामला रिपोर्ट किया गया था.
चीन (China) ने एक और कोविड-19 वैक्सीन (Vaccine) को आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है. इस वैक्सीन को चीन के 'सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल' (CDC) द्वारा तैयार किया गया है. इस तरह महामारी से लड़ने के लिए चीन के पास एक और हथियार आ गया है. CDC के प्रमुख गाओ फू के नेतृत्व में तैयार की गई इस वैक्सीन को पिछले हफ्ते ड्रग रेगुलेटरों द्वारा मंजूरी दी गई. चीनी विज्ञान अकादमी के माइक्रोबायोलॉजी संस्थान ने सोमवार को एक बयान में इसकी जानकारी दी. चीन में कोरोनावायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन करने के लिए मंजूरी मिलने वाली यह चौथी वैक्सीन है.
चीन कुल चार वैक्सीनों के जरिए अपने नागरिकों का वैक्सीनेशन कर रहा है. इसमें से तीन को चीनी कंपनियों ने तैयार किया है. वैक्सीन को Anhui Zhifei Longcom Biopharmaceutical Co. Ltd. और चीनी विज्ञान अकादमी ने मिलकर तैयार किया है. टीम ने पिछले साल अक्टूबर में पहले और दूसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल को पूरा कर लिया था. वर्तमान में टीम उज्बेकिस्तान, पाकिस्तान और इंडोनेशिया में तीसरे चरण का ट्रायल कर रही है. उज्बेकिस्तान में एक मार्च को इस वैक्सीन को इस्तेमाल की मंजूरी दे दी गई थी.
हालांकि, इस वैक्सीन के क्लिनिकल नतीजों को किसी वैज्ञानिक पत्रिका में प्रकाशित नहीं किया गया है. इस पर कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि इस बार डाटा को साझा नहीं किया जाएगा, लेकिन कंपनी सक्रिय रूप से स्वास्थ्य अधिकारियों को इस संबंध में जानकारी देती रहेगी. चीन अपनी 1.4 अरब की आबादी का वैक्सीनेशन बेहद ही धीमी रफ्तार से कर रहा है. वो भी तब चार वैक्सीनों को प्रयोग की अनुमति दी गई है. सरकार द्वारा जारी किए गए नवीनतम डाटा के मुताबिक, चीन में अभी तक 6.4 करोड़ लोगों को वैक्सीन डोज दी गई है.
चीन में अभी उन लोगों को वैक्सीन लगाने में प्राथमिकता दी जा रही है, जिन्हें वायरस से संक्रमित होने का खतरा अधिक है. इस कारण अभी तक हेल्थ केयर वर्कर्स, कस्टम वर्कर्स आदि लोगों को वैक्सीन लगाई गई है. अभी तक जितनी भी वैक्सीन को मंजूरी दी गई है, उन्हें 18-59 साल के लोगों को लगाने के लिए कहा गया है. लेकिन अब लगने लगा है कि चीन इससे अधिक उम्र के लोगों का भी वैक्सीनेशन करने जा रहा है. बता दें कि दिसंबर, 2019 में चीन के वुहान शहर में पहला कोरोनावायरस का मामला रिपोर्ट किया गया था.
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