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पूर्व पुलिस कर्मी को रेस्तरां में खाना न मिलने पर दुकान में तोड़फोड़ और होटल स्टाफ से की बदसलूकी

Neha Dani
24 July 2022 10:40 AM GMT
पूर्व पुलिस कर्मी को रेस्तरां में खाना न मिलने पर दुकान में तोड़फोड़ और होटल स्टाफ से की बदसलूकी
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कार्यस्थल और आम जगहों पर काम कर पाना एक चुनौती बन चुकी है।

पाकिस्तान के कराची स्थित एक 'फूड चेन शाप' में एक पूर्व पुलिस कर्मी ने जमकर उत्पात मचाया। पूर्व पुलिस कर्मी को रेस्तरां में खाना न मिलने पर उसने दुकान में तोड़फोड़ और होटल स्टाफ से बदसलूकी की। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) जमशेद इनामुल्ला ने कराची के कोरंगी रोड स्थित एक अंतरराष्ट्रीय फास्ट फूड चेन में सुबह 5:00 बजे पहुंचकर खाना आर्डर किया, लेकिन रेस्तरां प्रबंधक ने आर्डर लेने से इंकार कर दिया। रेस्तरां प्रबंधक के मुताबिक, जिस समय जमशेद इनामुल्ला होटल पहुंचे उस वक्त होटल ग्राहकों के लिए बंद कर दिया गया था।

जमशेद इनामुल्ला को यह जानकारी दी जाने के बावजूद उसने रेस्तरां स्टाफ से जबरदस्ती भोजन उपलब्ध कराने की मांग की। जब रेस्तरां स्टाफ ने खाना आर्डर लेने से मना किया तो पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने होटल में मौजूद सुरक्षा गार्ड और स्टाफ सदस्यों के साथ बदसलूकी की।
पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के खिलाफ किया गया मामला दर्ज

एआरवाई न्यूज ने जानकारी दी कि इस मामले पर पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। सूत्रों का हवाला देते हुए, एआरवाई न्यूज ने बताया कि पूर्व पुलिसकर्मी को एक अन्य मामले में भी आरोपी बनाया गया है। पुलिस अधिकारी अमजद अली का हवाला देते हुए मीडिया ने बताया कि वह नियमित गश्त पर थे, जब उन्होंने दो पक्षों को राड, पत्थर और शारीरिक लड़ाई के साथ लड़ते देखा गया। इससे पहले जियो टीवी द्वारा उद्धृत एक सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि देश की राजधानी इस्लामाबाद में बुर्का पहनी एक महिला के साथ एक अज्ञात व्यक्ति ने दुर्व्यवहार किया था। जियो टीवी के अनुसार, घटना दिन के समय हुई जिसमें बुर्का में ढकी एक महिला को सड़क पर चलते समय एक अज्ञात व्यक्ति आकर महिला के साथ दुर्व्यवहार करने लगा। गौरतलब है कि रिपोर्टों में कहा गया है कि पाकिस्तान में 70 प्रतिशत से अधिक महिलाएं कार्यस्थल पर उत्पीड़न की शिकार हैं।
12 सालों में 4,734 महिलाएं हो चुकी हैं यौन हिंसा का शिकार

महिलाओं के अधिकारों के लिए काम करने वाले एक गैर सरकारी संगठन, व्हाइट रिबन पाकिस्तान द्वारा एकत्र किए गए डेटा से पता चलता है कि 2004 और 2016 के बीच 4,734 महिलाओं ने यौन हिंसा का सामना किया है। हाल ही में पाकिस्तान सरकार ने 'कार्यस्थल पर उत्पीड़न के खिलाफ संरक्षण (संशोधन विधेयक), 2022' पारित किया और इसमें संशोधन किया है। पाकिस्तान में हाल के सालों में कुल कामकाजी महिलाओं का अनुपात बढ़ा है, लेकिन देश महिलाओं के मनोवैज्ञानिक, शारीरिक और यौन उत्पीड़न के मुद्दे से जूझ रहा है। यौन हिंसा की घटनाओं की वजह से पाकिस्तान में महिलाओं के लिए कार्यस्थल और आम जगहों पर काम कर पाना एक चुनौती बन चुकी है।

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