लंबी दूरी की यात्रा के दौरान लोगों पर मनोरंजन के अलग-अलग साधन होते हैं, लेकिन फ्लाइट में सवार इकोनॉमिस्ट ने जब सफर काटने के लिए मैथ्स का एक सवाल हल करना शुरू किया, तो बड़ी परेशानी खड़ी हो गई. उनके बगल की सीट पर बैठी महिला ने क्रू मेंबर से ऐसी शिकायत की, जिसकी वजह से फ्लाइट को मजबूरन दो घंटे देरी से उड़ान भरनी पड़ी. यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिलवेनिया के एसोसिएट प्रोफेसर गुइडो मेन्जिओ के साथ 2016 में हुई एक हैरान करने वाली घटना वायरल हो रही है. The Indigo Papillon-Online School of Metaphysics ने ट्विटर पर शेयर किए गए पोस्ट में लिखा है कि 'यदि स्कूल में मैथ्स पर ध्यान दिया होता, तो ये इतना भयानक नहीं होता.'
इस कैप्शन के बाद कहानी शेयर करते हुए बताया गया है कि प्रोफेसर एयर विसकॉन्सिन की फ्लाइट से फिलाडेल्फिया से न्यूयॉर्क जा रहे थे. उन्हें कनाडा के ओंटेरियो की क्वीन्स यूनिवर्सिटी में स्पीच देनी थी, लेकिन फ्लाइट में एक महिला यात्री की गलतफहमी की वजह से पूरी फ्लाइट लेट हो गई.
अमेरिकन एयरलाइंस के प्रवक्ता केसी नॉर्टन ने बज़फीड न्यूज को बताया कि 'मेन्जिओ अपनी सीट पर बैठे मैथमेटिक्स का कोई इक्वेशन सॉल्व कर रहे थे. यह सब एक महिला को कुछ संदिग्ध सा लगा. इस महिला ने क्रू मेंबर से कहा कि उसकी तबीयत सही नहीं है.' वहीं फ्लाइट उड़ने से ठीक पहले एजेंट्स अंदर आए और उन्होंने मेन्जिओ से उतरने के लिए कहा. हालांकि मेन्जिओ कुछ भी समझ नहीं पाए. दरअसल मेन्जिओ जिस मैथ्स इक्वेशन को सॉल्व कर रहे थे, उसे देखकर महिला को ये लगा कि ये कोई आतंकी कोड है.
हालांकि मेन्जिओ ने सुरक्षा अधिकारियों को बताया कि आखिर वो कर क्या रहे थे? पूछताछ और सुरक्षा के इस चक्र में फ्लाइट दो घंटे से ज्यादा लेट हो चुकी थी बेवसाइट मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक द वाशिंगटन पोस्ट से बात करते हुए, उन्होंने कहा कि पायलट 'शर्मिंदा लग रहा था' जब उन्हें पता चला कि ये पड़ोसी का महज एक संदेह था, उसके अलावा कुछ भी नहीं. वहीं रेडिट उपयोगकर्ताओं ने इस अजीब स्थिति पर कमेंट करते हुए लिखा है कि "यह अल-जेब्रा है, अल-कायदा नहीं."