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यूरोपियन स्पेस एजेंसी ने की पुष्टि, पृथ्वी पर से टल गया ये संकट का बड़ा साया

Gulabi Jagat
5 July 2022 3:24 PM GMT
यूरोपियन स्पेस एजेंसी ने की पुष्टि, पृथ्वी पर से टल गया ये संकट का बड़ा साया
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Deadly Asteroid is Out of Risk List : अंतरिक्ष की दुनिया बेहद रहस्यमयी है. यहां हर रोज़ कुछ न कुछ होता रहता है, जिसका असर हमारे ग्रह पर भी पड़ता है. कभी ये असर हमें खौफ में ला देता है तो कभी राहत देने वाला होता है. हाल ही में वैज्ञानिकों ने इस बात को लेकर राहत जताई है कि 30 साल बाद हमारी धरती के लिए खतरा बना हुआ एक एस्टेरॉयड (Dangerous Asteroids For Earth) अब रिस्क लिस्ट से बाहर हो चुका है.
European Space Agency के मुताबिक 2 अप्रैल, 2052 साल बाद धरती पर एक बड़ा संकट मंडरा रहा था, जो अब टल गया है. वैज्ञानिकों ने इस बात की पुष्टि की है कि अगली एक सदी के लिए ये संकट हमारे ग्रह को छुएगा भी नहीं. यूरोपियन सदर्न ऑब्ज़र्वेटरी ने इस विशालकाय एस्टेरॉयड को धरती के लिए खतरे की लिस्ट निकाल दिया है. अपने एक आधिकारिक वक्तव्य में एजेंसी की ओर से ये जानकारी दी गई है.
'2021 QM1' अब नहीं बनेगा खतरा
European Space Agency ने दुनिया के कुछ सबसे संवेदनशील टेलीस्कोप्स का इस्तेमाल करके इस बात की पुष्टि की है कि पिछले साल तक जिस एस्टेरॉयड को धरती और मानवता के लिए बड़ा खतरा माना जा रहा था, वो अब हमारे ग्रह से नहीं टकराएगा. कम से कम अगरी एक सदी तक ऐसा नहीं होने जा रहा है. इस एस्टेरॉयड को पिछले साल 28 अगस्त को एरिज़ोना की Mount Lemmon observatory ने ढूंढा था. प्लैनेटरी डिफेंस में ईएसए के हेड रिचर्ड मोइसल ने बताया कि माना जा रहा था कि एस्टेरॉयड भविष्य में सूर्य के रास्ते होता हुआ साल 2052 तक धरती के नज़दीक आ सकता है लेकिन अब इस आशंका से इनकार किया गया है.
क्या होते हैं एस्टेरॉयड?
एस्टेरॉयड को उल्कापिंड या क्षुद्रग्रह कहा जाता है. ग्रह बनने के समय उसमें से चट्टान के छोटे-छोटे टुकड़े निकलकर बाहर हो गए और ये टुकड़ें सूर्य के चारों ओर चक्कर काटने लगे. कभी-कभी यह राह बदलकर अपनी कक्षा से बाहर आ जाते हैं. आमतौर पर छोटे एस्टेरॉयड ग्रहों की कक्षा में आते ही जलकर राख हो जाते हैं लेकिन बड़े एस्टेरॉयड कभी-कभी ग्रहों से टकरा भी जाते हैं. यूं तो धरती के पास से होकर उल्कापिंडों के गुजरने का सिलसिला कोई नया नहीं है लेकिन खतरा तब होता है जब उल्कापिंड काफी विशाल हों. ऐसे में इनके धरती से टकराने के बाद भयानक तबाही आ सकती है. ESA की वॉच लिस्ट में अब भी 1377 एस्टेरॉयड हैं, जिन पर नज़र रखी जा रही है.
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