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समुद्र तटों पर बदलाव का पड़ रहा असर, जाने लहरों की महत्ता क्या है ?

Neha Dani
10 Jan 2022 11:48 AM GMT
समुद्र तटों पर बदलाव का पड़ रहा असर, जाने लहरों की महत्ता क्या है ?
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ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के अधिकतर लोग सर्फिंग का आनंद ले सकते हैं, जो बेशकीमती है।

कोविड-19 से पहले वैश्विक स्तर पर सर्फिंग पर्यटन पर अनुमानित रूप से हर वर्ष 91 अरब ऑस्ट्रेलियाई डॉलर खर्च किए जाते थे और वैश्विक महामारी की शुरुआत से देश में सर्फिंग की मांग में तेजी आई है क्योंकि लोग आउटडोर गतिविधियों को तवज्जो दे रहे हैं। सर्फिंग एक ऐसा खेल है, जहां एक एथलीट बोर्ड पर सवार होकर पानी की लहरों को पार करता है। सर्फिंग के लाभ का आर्थिक संदर्भों में अकसर अध्ययन नहीं किया जाता है। हम ज्ञान के इसी अभाव को भरने का काम कर रहे हैं। इस प्रकार का अनुसंधान अहम है।

समुद्र तटों में बदलाव से सर्फिंग लहरों की गुणवत्ता नाटकीय रूप से कम होती है। यह महत्वपूर्ण है कि हम सर्फिंग की असल महत्ता को समझें। सर्फिंग ऑस्ट्रेलिया के केवल 12 लाख सक्रिय सर्फर के लिए ही नहीं, बल्कि सैंकड़ों तटीय कस्बों के लिए भी लाभकारी है, जहां इसके कारण स्थानीय अर्थव्यवस्था और जीवनशैली में सुधार होता है।
अर्थव्यवस्था में सर्फिंग का बड़ा प्रत्यक्ष योगदान
ऑस्ट्रेलिया में मछली पकड़ने, तैराकी और गोताखोरी जैसी समुद्री गतिविधियों की आर्थिक महत्ता के संबंध में कई अध्ययन किए गए हैं, लेकिन सर्फिंग को लेकर ऐसा नहीं कहा जा सकता। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लहरों से सम्पन्न स्थानों की अर्थव्यवस्था में सर्फिंग का बड़ा प्रत्यक्ष योगदान है, लेकिन मानवीय कल्याण में सर्फिंग की महत्ता का अभी तक आकलन नहीं किया गया है, जबकि हाल में सबूत मिले हैं कि सर्फिंग का समाज और स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर पड़ता है। सर्फिंग के कारण तटीय क्षेत्रों में मकानों की कीमत में बढ़ोतरी होती है।
नूसा वर्ल्ड सर्फ रिजर्व पर हमारा आगामी अध्ययन दर्शाता है कि सर्फिंग का खेल स्थानीय अर्थव्यवस्था में करोड़ों डॉलर का योगदान देता है। वर्ष 2017 के एक अध्ययन में यह पता चला है कि ब्राजील और इंडोनेशिया जैसे देशों में सर्फिंग के अनुकूल परिस्थितियों वाले स्थानों के निकट आर्थिक विकास तेजी से हुआ। केवल ब्रिटेन की राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में सर्फिंग ने नौ अरब ऑस्ट्रेलियाई डॉलर से अधिक का योगदान दिया।
तटीय परियोजनाओं का लहरों का क्या असर पड़ता है
कई किलोमीटर दूर अपतटीय हवाओं के कारण लहरें पैदा होती हैं। ऐसे में यह सोचना संभवत: आसान है कि इन लहरों के प्राकृतिक, दूरस्थ माध्यमों के संबंध में हम कुछ नहीं कर सकते, लेकिन सच्चाई यह है कि सर्फिंग के अनुकूल लहरें दरअसल लहरों, ज्वार, धाराओं, हवा और समुद्र तल के आकार के बीच जटिल संबंधों के कारण पैदा होती हैं।
इन कारकों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करके इन लहरों को प्रभावित किया जा सकता है। उत्तरी स्पेन में विश्व प्रसिद्ध मुंडाका लहर निकटवर्ती नदी के मुहाने पर सफाई किए जाने के बाद समुद्र की गतिशीलता में परिवर्तन आने से अस्थायी रूप से गायब हो गई थी। इससे वहां की आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुईं और 2005 और 2006 में बिल्लाबोंग प्रो वर्ल्ड चैंपियनशिप रद्द करनी पड़ी। अध्ययनों से पता चला है कि सुनियोजित तटीय प्रबंधन से सर्फिंग के आर्थिक लाभ बढ़ाए जा सकते हैं।
लहरों को कानूनी संरक्षण देना
विक्टोरिया की प्रतिष्ठित बेल्स बीच लहर की रक्षा के लगभग 40 साल पहले के प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए पेरू और न्यूजीलैंड ने पर्यावरण संरक्षण कानूनों के तहत अपने सर्फ ब्रेक को वैधानिक संरक्षण प्रदान किया। सर्फ ब्रेक लहर को तोड़ने वाली चट्टान जैसी स्थायी बाधाओं को कहते हैं। कोविड-19 के इस अनिश्चितकालीन दौर में हम में से कई लोग अब भी बहुत दूर घूमने नहीं जा सकते, लेकिन 85 प्रतिशत ऑस्ट्रेलियाई लोग समुद्री तटों के निकट रहते हैं, ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के अधिकतर लोग सर्फिंग का आनंद ले सकते हैं, जो बेशकीमती है।

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