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बेलारूस के राष्ट्रपति के बयान से छिड़ी चर्चा, अब रूस और पुतिन का नेक्स्ट टारगेट कौन?

Neha Dani
2 March 2022 4:07 AM GMT
बेलारूस के राष्ट्रपति के बयान से छिड़ी चर्चा, अब रूस और पुतिन का नेक्स्ट टारगेट कौन?
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इस गलती की वजह से यूक्रेन के बाद पुतिन के नेक्स्ट प्लान का खुलासा हुआ है.

यूक्रेन पर रूस के हमले को लेकर अमेरिका और पश्चिमी देश भले ही रूस और वहां के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के खिलाफ लामबंदी कर रहे हों. लेकिन कई देश ऐसे भी हैं जो प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से रूस के साथ हैं या मास्को का समर्थन कर रहे हैं. पुतिन के सहयोगियों की बात करें तो पहला नाम बेलारूस (Belarus) के राष्ट्रपति Alexander Lukashenko का आता है. जिन्होंने हमले का ऐलान होते ही अपनी सीमाएं पुतिन के टैंको के लिए खोल दी थीं. इस बीच बेलारूस के राष्ट्रपति का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसका प्रसारण सरकारी TV चैनल पर हुआ था. इस वीडियो के हवाले से कहा जा रहा है कि यूक्रेन को फतह करने के बाद रूस और पुतिन का अगला टारगेट मोल्दोवा (Moldova) होगा.

पुतिन के नेक्स्ट प्लान/टारगेट का खुलासा!
मेल ऑनलाइन में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक भले ही अबतक की लड़ाई में बेलारूस सीधे तौर पर सामने नहीं आया था. लेकिन हाल ही में यूक्रेन की खुफिया एजेंसी ने दावा किया है कि उनके देश के खिलाफ युद्ध में बेलारूस खुल कर मैदान में आ गया है. बेलारूस के 300 टैंकों की तैनाती के साथ उसके लड़ाकू विमान भी इधर-उधर चक्कर काट रहे हैं. इसी वजह से ऐसा लग रहा है बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने संकेत दिया है कि व्लादिमीर पुतिन की सेना अगले चरण में मोल्दोवा पर हमला करने की तैयारी में है.
दरअसल अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने अपने सुरक्षा अधिकारियों के साथ अहम बैठक की इस दौरान उन्होंने एक वार मैप को दिखाते हुए अपनी रणनीति का ऐलान किया. इस दौरान वो मिलिट्री ऑपरेशंस की चर्चा कर रहे हैं. इस नक्शे में रूस, बेलारूस, यूक्रेन और कुछ यूरोपीय देशों की सीमा और सेंटर्स पर निशान लगे हैं. लुकाशेंको एक स्टिक से एक एक प्वाइंट को ब्रीफ कर रहे हैं. ये वो तमाम जगहें हैं जहां रूस के सैनिक कार्यवाई कर चुके हैं और लगातार आगे बढ़ते जा रहे हैं. इसमें नॉर्थ डायरेक्शन से कीव की ओर और क्रीमिया से खेरसॉन की ओर की मूवमेंट दिख रही है.
क्या इस गलती से डिस्क्लोज हुआ पुतिन का प्लान?
वीडियो में उन्होंने हमलों से जुड़े वो निशान भी दिखा दिए जिनपर अभी रूस की एयरफोर्स या थलसेना ने निशाना नहीं बनाया है. इसी दौरान ओडेसा के पोर्ट सिटी से मोल्दोवा की ओर इशारा करते हुए वो कुछ चर्चा करते हैं जिससे ये अनुमान लगाया जा रहा है कि रूस, निकट भविष्य में यूक्रेन के पड़ोसी हिस्सों मे अपने सैनिकों का मार्च कराने का मन बना चुका है. हालांकि ये अलग बात है कि यूक्रेन के फौजी और वहां के लोग भी रूस की सेना का डट कर मुकाबला कर रहे हैं. हमले के सात दिन बाद भी रूस को कोई खास कामयाबी नहीं मिली है. चूंकि इस मीटिंग का लाइव लेटिकास्ट हो रहा था इसलिए कहा जा रहा है कि इस गलती की वजह से यूक्रेन के बाद पुतिन के नेक्स्ट प्लान का खुलासा हुआ है.


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