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अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति तीखी आलोचना का सामना कर रही अमेरिकी, राष्ट्रपति जो बाइडेन वहां से अपने नागरिकों को बाहर निकालने में असमर्थ

Mohsin
20 Aug 2021 3:32 PM GMT
अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति तीखी आलोचना का सामना कर रही अमेरिकी, राष्ट्रपति जो बाइडेन वहां से अपने नागरिकों को बाहर निकालने में असमर्थ
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उन्होंने कहा कि वह अफगानिस्तान के अमेरिका समर्थित राष्ट्रपति अशरफ गनी की सलाह का पालन कर रहे थे

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति को लेकर तीखी आलोचना का सामना कर रहे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन वहां से अपने नागरिकों और सहयोगियों को बाहर निकालने में हो रही दिक्कतों के बारे में शुक्रवार को बयान दे सकते हैं. इससे पहले बाइडेन ने अचानक तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर नियंत्रण कर लेने से पहले सहयोगियों को बाहर निकालने में अमेरिका की विफलता (Kabul Evacuation) के लिए अफगानों को दोषी ठहराया था.

अमेरिकी अधिकारियों ने एसोसिएटेड प्रेस (एपी) को बताया कि अमेरिकी राजनयिकों ने औपचारिक रूप से कई हफ्ते पहले ही आग्रह किया था कि बाइडेन प्रशासन (Biden Administration) लोगों की निकासी के प्रयासों में तेजी लाए. अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को वापस बुलाने की अमेरिका की 31 अगस्त की समयसीमा से पहले हजार लोगों को अभी निकाला जाना बाकी है. हालांकि अब इस अभियान में तेजी आई है. एक रक्षा अधिकारी ने कहा कि लगभग 250 अमेरिकियों सहित लगभग 5,700 लोगों को 16 सी-17 परिवहन विमानों से काबुल से बाहर निकाला गया. पिछले दो दिनों में, लगभग 2,000 लोगों को बाहर निकाला गया है.
बाइडेन लोगों की निकासी के संबंध में अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ बैठक करेंगे और शुक्रवार दोपहर बाद व्हाइट हाउस से संबोधन के लिए तैयार हैं. जुलाई में, काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास में 20 से अधिक राजनयिकों ने चिंता जताई थी कि अमेरिका के लिए काम करने वाले अफगानों की देश से निकासी की प्रक्रिया तेजी से आगे नहीं बढ़ रही है. बाइडेन ने कहा है कि सैनिकों की वापसी के हिस्से के रूप में सामने आई अराजकता अपरिहार्य थी क्योंकि 20 साल से चल रहा युद्ध समाप्त हो गया था.
उन्होंने कहा कि वह अफगानिस्तान के अमेरिका समर्थित राष्ट्रपति अशरफ गनी की सलाह का पालन कर रहे थे, जो अमेरिकियों के साथ काम करने वाले अनुवादकों और खतरे का सामना कर रहे अन्य अफगानों को बाहर निकालने के लिए अमेरिकी प्रयासों के विस्तार के पक्ष में नहीं थे (Joe Biden on Afghanistan). बाइडेन ने यह भी कहा कि खतरे का सामने करने वाले कई अफगान सहयोगी देश नहीं छोड़ना चाहते थे.
वहीं शरणार्थी समूह उन हजारों अफगानों द्वारा वीजा के लिए आवेदनों के वर्षों के 'बैकलॉग' की ओर इशारा करते हैं, जिनसे वे अमेरिका में शरण ले सकेंगे. तालिबान द्वारा हवाई अड्डे (Kabul Airport) के बाहरी हिस्से सहित काबुल पर नियंत्रण स्थापित करने के साथ अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि अमेरिकी नागरिक हवाई अड्डे तक पहुंचने में सक्षम हैं, लेकिन अक्सर हवाई अड्डे के गेट पर उनका सामना भारी भीड़ से होता है.


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