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बीसवीं सदी की सबसे बड़े भू-राजनीतिक आपदा करार दिया था।
सोवियत संघ के विघटन के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए कैब तक चलानी पड़ी थी। रूस की सरकारी समाचार एजेंसी की खबर के मुताबिक, पुतिन ने एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म में खुद इस बात का जिक्र किया है कि कभी-कभी उन्हें ज्यादा पैसे कमाने की जरूरत होती थी।
केजीबी के एजेंट रह चुके पुतिन ने इससे पहले भी सोवियत संघ के विघटन को लेकर अफसोस जाहिर किया है लेकिन इस बार उन्होंने दावा किया कि 3 दशक पहले हुआ यह विघटन आज भी अधिकतर नागरिकों के लिए किसी त्रासदी जैसा है।
उन्होंने यह भी कहा, 'मेरा मतलब है, एक प्राइवेट ड्राइवर की नौकरी कर के अतिरिक्त पैसे कमाए। ईमानदारी से कहूं तो इस बारे में बात करना सुखद नहीं है लेकिन दुर्भाग्य से यही सच है।'
पुतिन का यब बयान चैनल वन की आने वाली एक डॉक्टूमेंट्री फिल्म में है। इस फिल्म का नाम 'रशिया: इट्स रिसेंट हिस्ट्री' है।
सोवियत संघ का विघटन अपने साथ आर्थिक अस्थिरता का दौर लेकर आया, जिसने लाखों लोगों को गरीबी में धकेल दिया। सोवियत संघ के कट्टर समर्थक पुतिन इसके विघटन से चौंक गए थे। उन्होंने इसे बीसवीं सदी की सबसे बड़े भू-राजनीतिक आपदा करार दिया था।
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