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चीन इस स्व-शासित द्वीप को अपना हिस्सा बताता है और उसके किसी विदेशी सरकार से संपर्क रखने पर आपत्ति जताता है.
चीन (China) की कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party) ने अगले सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) की मेजबानी में होने जा रहे वैश्विक लोकतंत्र सम्मेलन (Global Democracy summit) की कड़ी आलोचना की है. चीन ने अमेरिकी लोकतंत्र (US Democracy) पर सवाल उठाए जबकि अपनी शासन प्रणाली के गुणों की प्रशंसा की. पार्टी पदाधिकारियों ने सवाल किया कि एक ध्रुवीकृत देश दूसरों को व्याख्यान कैसे दे सकता है. उन्होंने कहा कि दूसरों को पश्चिमी लोकतांत्रिक मॉडल की नकल करने के लिए मजबूर करने के प्रयास 'बुरी तरह विफल हुए' हैं.
पार्टी के नीति शोध कार्यालय के उप निदेशक तियान पेइयां (Tian Peiyan) ने कहा कि कोरोनावायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) ने अमेरिकी व्यवस्था की खामियों को उजागर कर दिया है. उन्होंने अमेरिका में कोविड-19 (Covid-19) से बड़ी संख्या में लोगों की मौत के लिए राजनीतिक विवादों और ऊपरी से लेकर निचले स्तर तक विभाजित सरकार को जिम्मेदार बताया. पेइंया ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'इस प्रकार का लोकतंत्र मतदाताओं के लिये खुशियां नहीं बल्कि तबाही लेकर आता है.' उन्होंने एक सरकारी रिपोर्ट जारी की, जिसमें बताया गया है कि कम्युनिस्ट पार्टी अपने लोकतंत्र के स्वरूप को क्या कहती है.
'समिट फॉर डेमोक्रेसी' को लेकर चीन, अमेरिका के बीच टकराव
बाइडेन ने गुरुवार से शुरू होने वाले दो दिवसीय डिजिटल 'समिट फॉर डेमोक्रेसी' (Summit For Democracy) के लिए लगभग 110 सरकारों को आमंत्रित किया है. चीन और रूस (Russia) को इसका न्योता नहीं मिला है. बता दें कि चीन और अमेरिका के बीच बाइडेन की आगामी 'समिट फॉर डेमोक्रेसी' को लेकर टकराव चल रहा है. इसे चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी उसके अधिकारवादी तरीकों को चुनौती के तौर पर देखती है. कम्युनिस्ट पार्टी का कहना है कि चीन का अपना एक लोकतंत्र है.
व्हाइट हाउस (White House) की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि इस बैठक में भाग लेने वाले लोग इस पर चर्चा करेंगे कि दुनियाभर के लोकतंत्र के लिए खड़े होने के वास्ते एक साथ मिलकर कैसे काम किया जाए. उन्होंने कहा, 'इसके लिए हमें कोई खेद नहीं होगा.' वह चीन के उप विदेश मंत्री ली युचेंग की टिप्पणियों का जवाब दे रही थी. ली ने अमेरिका का नाम लिए बगैर कहा, 'उसका दावा है कि वह यह लोकतंत्र के लिए कर रहा है, लेकिन असल में यह लोकतंत्र के बिल्कुल विरुद्ध है. इसका वैश्विक एकजुटता, सहयोग और विकास पर अच्छा असर नहीं पड़ेगा.'
ताइवान के शामिल होने से चीन नाराज
कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा कि उनका तंत्र देश के लोगों की सेवा करता है और उसने इसके लिए मध्यम आय वाले देश में त्वरित विकास और कोविड-19 से मौत के मामले कम करने में मिली सफलता का हवाला दिया. अधिकारियों ने बंदूक हिंसा से लेकर यूएस कैपिटोल में विद्रोह तक अमेरिकी लोकतंत्र की नाकामियों को उजागर किया. अमेरिका ने अपनी शिखर वार्ता में ताइवान को भी शामिल करके चीन को नाराज कर दिया है. चीन इस स्व-शासित द्वीप को अपना हिस्सा बताता है और उसके किसी विदेशी सरकार से संपर्क रखने पर आपत्ति जताता है.
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