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हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया, इसमें 189 लोग मारे गए.
इंडोनेशिया (Indonesia) के जावा सागर (Java Sea) में जनवरी में क्रैश हुए श्रीविजय एयर जेट (Sriwijaya Air jet) के कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (Cockpit voice recorder) को ढूंढ़ लिया गया है. अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि इंडोनेशियाई नौसेना (Indonesian navy) के गोताखोरों ने विमान के कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर को ढूंढ़ा. इस विमान हादसे में क्रू मेंबर्स समेत सभी 62 लोगों की मौत हो गई थी. विमान के क्रैश होने के बाद कई हफ्तों तक वॉयस रिकॉर्डर को ढूंढ़ने का प्रयास किया गया था.
परिवहन मंत्री बुदी करिया सुमादी ने कहा कि गोताखोरों ने लगभग रात 08.00 बजे कॉकपिट रिकॉर्डर को बरामद कर लिया. गोताखोरों ने मंगलवार रात इसे उसी जगह से बरामद किया, जहां दुर्घटना के तीन दिन बाद फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर बरामद किया गया था. रिकॉर्डर के भीतर मौजूद जानकारी को तुरंत जारी नहीं किया गया. हालांकि, इस डिवाइस के जरिए जांचकर्ताओं को यह निर्धारित करने में मदद मिल सकती है कि 9 जनवरी को जकार्ता से उड़ान भरने के तुरंत बाद बोइंग 737-500 भारी बारिश में समुद्र में कैसे क्रैश हुआ था.
पायलटों ने क्रैश होने से बचाने के लिए क्या किया, मिलेगी इसकी जानकारी
यदि वॉयस रिकॉर्डर को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है तो इससे जांचकर्ताओं को बड़ी मदद मिल सकती है. उन्हें इसके जरिए ये पता चल सकता है कि पायलट विमान को क्रैश होने के बचाने के लिए क्या कर रहे थे या क्या करने में असफल रहे. खोजकर्ताओं ने जकार्ता के उत्तर में, हजारों द्वीप श्रृंखला में लंकांग और लाकी द्वीपों के बीच एक क्षेत्र से विमान के पुर्जे और मानव अवशेष बरामद किए हैं. फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर ने सैकड़ों मापदंडों को ट्रैक किया, जिसमें दिखाया गया कि विमान को कैसे उड़ाया जा रहा था.
वॉयस रिकॉर्डर की अब शुरू होगी जांच
विमान हादसे के लगभग दो सप्ताह बाद अधिकतर बचाव प्रयास समाप्त हो गए. लेकिन कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर की लापता मेमोरी यूनिट के लिए एक सीमित खोज जारी रही, जो स्पष्ट रूप से दुर्घटना के दौरान डिवाइस के अन्य हिस्सों से टूटकर अलग हो गया था. वॉयस रिकॉर्डर को जकार्ता ले जाया गया है, जहां दुर्घटना की जांच की देखरेख करने वाली राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा समिति को इसे सौंपा गया है.
विमान हादसे ने खड़े किए कई सवालगौरतलब है कि 26 साल पुराना विमान दिसंबर में कमर्शियल उड़ानों के फिर से शुरू होने से पहले तक नौ महीने से एयरपोर्ट पर ही खड़ा था. 9 जनवरी को हुए इस विमान हादसे ने एविएशन इंडस्ट्री में सुरक्षा को लेकर सवाल खड़ा कर दिया. इंडोनेशिया में ये सवाल और भी तेजी से उठने लगा, क्योंकि यहां विमान हादसों में हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. दूसरी ओर, श्रीविजय एयर में पहले के समय में केवल मामूली दुर्घटनाएं हुई थीं. वहीं, 2018 में लायन एयर द्वारा संचालित बोइंग 737 मैक्स 8 जेट जकार्ता में हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया, इसमें 189 लोग मारे गए.
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