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इसे छोड़ दिया था और बाद में भयंकर तूफान के बाद यह शहर धंस गया था.
इस दुनिया में न जाने कितने ऐसे रहस्य हैं, जिन पर से वैज्ञानिक लगातार पर्दा उठाते रहते हैं. ऐसा ही एक रहस्यमयी शहर (Mysterious City) की खोज इंग्लैंड के वैज्ञानिकों (England Scientists) ने की है. यहां यॉर्कशायर के तट पर वैज्ञानिकों ने 'अटलांटिस' (Atlantis) नामक एक खोए हुए मध्ययुगीन शहर के बारे में पता लगाने का दावा किया है. कहा जा रहा है कि यह पिछले 650 से अधिक वर्षों से पानी के अंदर मौजूद था.
फेमस बंदरगाह शहर
'द इंडिपेंडेंट' में छपी खबर के अनुसार, यह शहर रेत के किनारे पर बना एक व्यस्त बंदरगाह शहर (Port City) था. माना जाता है कि 1300 के दशक के मध्य में लोगों ने इसे छोड़ दिया था और बाद में भयंकर तूफान के बाद यह शहर धंस गया था.
पानी में डूब गया था शहर
यह जलमग्न शहर, तब से खो गया था. अब वैज्ञानिकों का कहना है कि पिछले 650 सालों से अदृश्य यह शर आखिरकार स्थित हो सकता है. हल यूनिवर्सिटी में साइंस के प्रोफेसर डेनियल पार्सन्स ने इस काल्पनिक शहर को ट्रैक करने के लिए हाई-रिजॉल्यूशन सोनार सिस्टम का इस्तेमाल किया. हालांकि, पहली बार में शहर के ठिकाने का पता लगाने में विफल रहे, लेकिन पार्सन्स का मानना है कि दूसरा प्रयास आने वाले 2 से 3 हफ्तों में होगा, उम्मीद है कि इसमें शहर का पता लगाने में कामयाब हो पाएंगे.
इतिहास को जानने में मिलेगी मदद
पार्सन्स को उम्मीद है वहां शहर के भूले हुए इतिहास के बारे में कुछ न कुछ जरूर मिलेगा. ऐसे में वहां पर खुदाई के लिए पैसों की जरूरत भी पड़ेगी. रेवेन्सर ऑड का यह बंदरगाह शहर 1235 के आसपास स्थापित किया गया था. 1299 तक, शहर को एक नगर चार्टर दिया गया था.
आधुनिक था शहर
इस शहर में 100 से अधिक घर और एक भीड़भाड़ वाला बाजार था. इसमें बीच, गोदाम, एक कोर्ट, एक जेल, एक समुद्री दीवार और बंदरगाह भी था और यह शहर हर साल 100 से अधिक व्यापारिक जहाजों से बकाया राशि एकत्र करता था.
भयंकर तुफान में हुआ तबाह
रेत के किनारे, जिस पर इसकी नींव रखी गई थी. 1356-57 की सर्दियों के दौरान, उत्तरी यूरोप में एक भयंकर तूफान से तबाह हो गया था. इस तुफान को ग्रोट मैंड्रेनके के नाम से जाना जाता है, जिसने शहर को उत्तरी सागर की गहराई में धकेल दिया था.
भविष्य के लिए मिलेगी मदद
पार्सन्स का कहना है कि अतीत को समझने से हमें भविष्य में बेहतर तैयारी करने में मदद मिलती है. मुझे लगता है कि अतीत से इन कहानियों का उपयोग करके भविष्य में जलवायु परिवर्तन के प्रभावों पर लोगों के साथ बातचीत शुरू करने का यह एक शानदार तरीका है.
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