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दुकानदार से खफा शाकाहारी, नॉन वेज को प्रमोट करने के लिए कसाई ने लिखा कुछ ऐसा

Neha Dani
12 Jan 2022 4:14 AM GMT
दुकानदार से खफा शाकाहारी, नॉन वेज को प्रमोट करने के लिए कसाई ने लिखा कुछ ऐसा
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अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए इस तरह के मैसेज इस्तेमाल करने का अधिकार है.

ब्रिटेन की एक मीट शॉप के मालिक (Meat Shop Owner) ने नॉन वेज को प्रमोट करने के लिए कुछ ऐसा लिख दिया कि बवाल हो गया. सोशल मीडिया पर उसकी आलोचना होने लगी, शाकाहारी लोगों (Vegetarians) ने उसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया. मामला बढ़ते देख मीट शॉप के मालिक ने सफाई देते हुए कहा कि उसका इरादा किसी को नाराज करने का नहीं था. उसने बस मजाक में ऐसा किया था.

दुकान में लिखा था ये Message
'डेली मेल' की खबर के अनुसार, ब्रिटेन (Britain) के ब्रंट्सफील्ड में स्थित 'डब्ल्यू.एम. क्रिस्टी बुचर्स' के मालिक ने दुकान में रखे मैसेज बोर्ड पर मांसाहार को प्रमोट करने वाला संदेश लिखा था. उसने लिखा, 'शाकाहारियों द्वारा हर दिन हजारों निर्दोष पौधे मारे जाते हैं. हिंसा को खत्म करने में मदद करें, मांस खाएं'. ये मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल होते ही शॉप ओनर के खिलाफ अभियान शुरू हो गया. लोग उसे मनोरोगी करार देने लगे.
'आहत करने का नहीं था इरादा'
विवाद बढ़ता देख शॉप के मालिक ने सफाई दी. उसने कहा कि मैसेज केवल मजाकिया अंदाज में मांस की बिक्री बढ़ाने के लिए लिखा गया था. उसका इरादा किसी की भावनाओं को चोट पहुंचाने का नहीं था. फेसबुक पर इस मैसेज को वायरल करने वाले Jakub Dragon ने कहा, 'अपने खाने के बेगुनाह जानवरों को मौत के घाट उतारने वाले का इस तरह की बातें करना केवल नफरत और गुस्से को बढ़ाएगा. मुझे इसमें कुछ भी मजाकिया नहीं लगता. निश्चित रूप से पौधों को खाने से पर्यावरण को कम नुकसान होता है'.
'बेजुबानों को मारना बंद करो'
कसाई ने भले ही खेद जाता दिया हो, लेकिन लोगों का गुस्सा कम नहीं हो रहा है. उनका कहना है कि पौधों के नाम पर मांस खाने के लिए प्रोत्साहित करना मजाक नहीं हो सकता. यदि हिंसा खत्म करनी ही है तो बेजुबानों की हत्या बंद की जानी चाहिए. हालांकि, कुछ लोगों को इसमें कुछ गलत नजर नहीं आता. उनका मानना है कि दुकानदार को अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए इस तरह के मैसेज इस्तेमाल करने का अधिकार है.




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