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सूर्य के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में चला गया. आने वाले 2 हफ्तों में यह और दूर चला जाएगा.
सूर्य (Sun) के अंदर एक बड़ा विस्फोट हुआ है. यह 2017 के बाद से अब तक का सबसे बड़ा विस्फोट (Biggest Explosion) है और नासा ने इसका वीडियो जारी किया है. इस विस्फोट के चलते 3 जुलाई को सूरज की सतह पर मजबूत सोलर फ्लेयर देखी गईं. विस्फोट के बाद एक्स-रे किरणें प्रकाश की गति से धरती की ओर आईं और हमारे वायुमंडल के ऊपरी हिस्से से टकराईं. इसके कारण अटलांटिक महासागर और उसके तटीय क्षेत्रों में एक शॉर्टवेव रेडियो ब्लैकआउट (Shortwave Radio Blackout) हुआ.
नासा ने जारी किया वीडियो
खबरों के मुताबिक यह पिछले 4 में ब्रह्मांड में हुई सबसे बड़ी आतिशबाजी थी. नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) द्वारा जारी किए गए वीडियो में सूर्य के ऊपरी दाहिने हिस्से से बड़े पैमाने पर सोलर फ्लेयर निकलती हुई देखी जा सकती हैं. सोलर फ्लेयर (Solar Flare) को सौर तूफान भी कहते हैं, जो कि सूर्य पर बने काले धब्बों से निकलते हैं. यूएस स्पेस वेदर प्रेडिक्शन सेंटर (SWPC) के अधिकारियों के अनुसार, यह काला धब्बा (Sunspot) रातोंरात बना था. इसे AR2838 नाम दिया गया है और इस घटना को X-1 क्लास इवेंट माना गया है.
पूरी तरह अप्रत्याशित था यह विस्फोट
Fireworks & stars have a way of lighting up our night sky! 🎆
— NASA (@NASA) July 4, 2021
But that's not the only thing they have in common – the elements that make up fireworks, wouldn't be here without stars. Discover the stellar activity behind the #FourthOfJuly fireworks: https://t.co/rkeybVUgIY pic.twitter.com/YkUQGhpxhO
अंतरिक्षीय घटनाओं पर नजर रखने वाले खगोलशास्त्री डॉ.टोनी फिलिप्स कहते हैं, 'यह सनस्पॉट ऐसे बना जैसे साफ आसमान में अचानक तेजी से बादल घुमड़ने लगे हों. एक दिन पहले तक यह सनस्पॉट अस्तित्व में नहीं था और ना ही ऐसी किसी सौर गतिविधि की उम्मीद थी.' उन्होंने Spaceweather.com पर आगे लिखा था, 'ऐसे और सौर तूफान आने की आशंका है ...'
काले धब्बों से निकलते हैं सौर तूफान
नासा के अनुसार सूर्य में बने काले धब्बों से बहुत ज्यादा ऊर्जा निकलती है. यह ऊर्जा ज्वाला की तरह दिखती है, जिन्हें सौर तूफान कहते हैं. सौर तूफानों का ब्लास्ट होना सौर मंडल की सबसे बड़ी विस्फोटक घटनाओं में से एक है, जो कि कुछ मिनटों से लेकर घंटों तक चलते हैं. खबरों की मानें तो AR2838 सनस्पॉट जितनी तेजी से बना था, उतनी ही तेजी से गायब भी हो गया. 4 जुलाई को यह सनस्पॉट सूर्य के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में चला गया. आने वाले 2 हफ्तों में यह और दूर चला जाएगा.
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