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मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग पर खत्म होगी पाबंदी! वैक्सीनेशन के अच्छे रिजल्ट मिलने पर लिया फैसला, पीएम ने कही ये बात

jantaserishta.com
6 July 2021 3:33 AM GMT
मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग पर खत्म होगी पाबंदी! वैक्सीनेशन के अच्छे रिजल्ट मिलने पर लिया फैसला, पीएम ने कही ये बात
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नागरिकों को जल्द ही मास्क से छुटकारा मिल सकता है.

यूनाइटेड किंगडम के नागरिकों को जल्द ही मास्क से छुटकारा मिल सकता है. कोरोना संकट काल के बीच मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना ज़रूरी हो गया था. लेकिन अब वैक्सीनेशन को रफ्तार मिलने से UK में इससे छुटकारा मिलना तय हो गया है. ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सोमवार को इसका ऐलान किया.

बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) के मुताबिक, लोगों को कोरोना वायरस (Corona Virus) के साथ रहना सीखना होगा लेकिन इसी के साथ हम पाबंदियों को कम करने की ओर भी कदम बढ़ा रहे हैं. जल्द ही ब्रिटेन में लोगों को इंडोर या पब्लिक प्लेस में मास्क (Mask) पहनने से छुटकारा मिलेगा, वहीं एक मीटर की सोशल डिस्टेंसिंग कायम रखने से भी छुटकारा मिलेगा.
बोरिस जॉनसन ने ऐलान किया कि 19 जुलाई से कानूनी तौर पर ये पाबंदियां हट सकती हैं, लेकिन अब इसे लोगों के ऊपर छोड़ दिया जाएगा. यानी अगर कोई व्यक्ति मास्क लगाना चाहता है और दूरी (Social Distancing) का पालन करना चाहता है, तो वह कर सकता है. लेकिन ऐसा ना करने पर उसपर कोई कानूनी एक्शन नहीं लिया जाएगा. हालांकि, अभी इसका अंतिम फैसला 12 जुलाई को लिया जाएगा.
महीनों के बाद ब्रिटेन (Britain) में लोगों को कोविड के प्रोटोकॉल से छुटकारा मिलेगा. बता दें कि यूके में कोरोना के कारण करीब सवा लाख लोगों की मौत हुई है, लाखों की संख्या में कोरोना के केस सामने आए थे. कोरोना की दूसरी, तीसरी लहर और डेल्टा वैरिएंट के असर ने भी यूके में काफी तबाही मचाई थी. लेकिन इस सबको पीछे छोड़ अब ये देश बिना मास्क जीने की ओर बढ़ चला है.
ब्रिटेन के पब्लिक हेल्थ ऑफिशियल्स का कहना है कि देश में चल रहे वैक्सीनेशन प्रोग्राम के कारण वायरस कमजोर हुआ है, मौतों की संख्या भी घटी है. यही कारण है कि हम अब नियमों में कुछ हदतक ढील दे सकते हैं.
आपको बता दें कि यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom) की करीब आधी से अधिक आबादी को वैक्सीन की डोज़ लग चुकी है. करीब आठ करोड़ लोगों को वैक्सीन की एक डोज़, चार करोड़ के करीब लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज़ लग चुकी हैं. यही कारण है कि अब कोरोना का असर यहां कुछ हदतक कम हुआ है.

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