आंदोलनकारियों ने कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच प्रधानमंत्री वापस जाओ नारे लगाते हुए डेमोक्रेसी मोन्यूमेंट से गवर्नमेंट हाउस तक जुलूस निकाला। जुलूस के दौरान सरकार समर्थकों ने इन पर प्लास्टिक की बोतलें फेंकी और गुत्थमगुत्था की। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि रैली का विरोध करने वालों के पीछे स्थानीय प्रशासन का हाथ है। प्रशासन के ट्रकों में लाए जाने के उनके वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं।
लोकतंत्र समर्थकों ने एक दिन पहले ही रैली निकालने की योजना बनाई थी। पुलिस ने इस समूचे क्षेत्र की घेराबंदी कर ली थी, इस दौरान पुलिस अपनी वर्दी में न होकर पीले रंग की टी-शर्ट में थी। पीला रंग यहां राजशाही के प्रति समर्थन का माना जाता है। सरकार समर्थक भी पीले रंग की टी-शर्ट पहनकर समर्थन जता रहे थे।
रैली के बाद प्रदर्शनकारी राजा के एक पूर्व नियोजित कार्यक्रम में जाने का भी प्रयास कर रहे थे,लेकिन ये मालूम नहीं हुआ कि वे पहुंच पाए या नहीं।
पिछली दो रैलियों में भी प्रर्दशनकारियों की अच्छी भीड़ रही थी। ये राजसत्ता संविधान में संशोधन की लगातार मांग कर रहे हैं।
प्रदर्शन मार्च में शुरू किये गए थे, बाद में कोरोना महामारी के कारण रुक गए। जुलाई से संक्रमण कम होने पर फिर सोशल मीडिया के माध्यम से इनमें तेजी आ गई है।