फ्रांस (France) में वर्ष 2015 में राजधानी पेरिस में हुए भीषण आतंकी हमले (Paris Attack) पर कोर्ट का फैसला आ गया है. अदालत ने करीब 7 साल तक चली लंबी सुनवाई के बाद 20 आरोपियों को इस मामले में दोषी ठहराया है. इस मामले में अभी दोषियों को सजा सुनाया जाना बाकी है. माना जा रहा है कि आरोपियों को सख्त उम्र कैद जैसी कठोर सजा मिल सकती है.
इस्लामिक स्टेट ने वर्ष 2015 में किए थे आतंकी हमले
बता दे कि इस्लामिक स्टेट (Islamic State) से जुड़े आतंकियों ने वर्ष 2015 में एक साथ फ्रांस के कई ठिकानों पर हमले किए थे. जिन जगहों पर हमले हुए थे, उनमें बाटाक्लान थिएटर, पेरिस कैफे और फ्रांस के राष्ट्रीय स्टेडियम प्रमुख थे. इन ठिकानों पर IS के आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी कर लोगों को अपना निशाना बनाया. फ्रांस के इतिहास के सबसे भीषण आतंकी हमलों में एक इन अटैक में 130 लोग मारे गए थे.
जज ने बुधवार को 20 लोगों को दोषी ठहराया
मामले की सुनवाई कर रहे जज जीन-लुई पेरीज़ ने बुधवार को मामले में फैसला सुनाया. उन्होंने इस बर्बर आतंकी हमले (Paris Attack) में शामिल 20 लोगों को दोषी ठहराया. इनमें पकड़े आतंकी और उनके सपोर्टर भी शामिल हैं. जिन्हें दोषी करार दिया गया है, उनमें मुख्य आरोपी सलाह अब्देसलाम भी शामिल है. कोर्ट ने उसे आतंकी योजना के तहत हत्या करने और हत्या के प्रयास समेत अन्य आरोपों में दोषी पाया है.
इस्लामिक आतंक के खिलाफ मुखर रहा है फ्रांस
फ्रांस में पिछले कुछ वर्षों में कट्टरपंथी मुसलमानों ने कई बड़े आतंकी हमले किए हैं, जिनमें सैकड़ों लोग मारे गए हैं. इन कट्टरपंथियों पर लगाम लगाने के लिए फ्रांस (France) ने कई बड़े फैसले लिए हैं, जिनमें पब्लिक प्लेस पर बुर्का पहनने पर बैन, मस्जिदों की स्क्रीनिंग और विदेशी इमामों के देश में घुसने पर प्रतिबंध शामिल हैं. फ्रांस के इन कदमों का काफी सकारात्मक प्रभाव पड़ा है और अब वहां आतंकी घटनाओं में कमी देखने को मिल रही है.